मधुमक्खी पालन से 5 से 6 लाख तक का मुनाफा सरकार दे रही 40% तक सब्सिडी
केंद्र सरकार भी मधुमक्खी पालन पर 80 से 85 फीसदी तक सब्सिडी देती है. इसके अलावा अन्य राज्य सरकारें भी किसानों को इस व्यवसाय को अपनाने के लिए प्रोत्साहन देती रहती हैं.
दमोह, मध्य प्रदेश: मध्य प्रदेश के दमोह जिले के कुआखेड़ा ग्राम के किसान मनोज पटेल ने मधुमक्खी पालन की शुरुआत करने पर 2 से 3 लाख रुपये तक का खर्च आता है, लेकिन इससे कमाई करने का संभावना है लाखों रुपये का। मधुमक्खियों की संख्या भी हर साल बढ़ रही है, जिससे यह व्यवसाय और भी प्राफिटेबल हो रहा है।
किसानों को सब्सिडी और सहयोग
मधुमक्खी पालन कर रहे किसानों को सरकार सब्सिडी और सहयोग प्रदान करती है। केंद्र सरकार भी मधुमक्खी पालन पर 80 से 85 फीसदी तक सब्सिडी देती है, जबकि अन्य राज्य सरकारें भी किसानों को इस व्यवसाय को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करती हैं।
सब्सिडी के साथ-साथ कमाई का स्रोत
मधुमक्खी पालन के व्यापारिक पहलू को देखते हुए, किसान मनोज पटेल ने बताया कि उन्होंने 2 लाख रुपये की लागत से मधुमक्खी बॉक्स खरीदे और इससे व्यवसाय को बढ़ावा दिया। वर्तमान में, वह 5 से 6 लाख तक का मुनाफा कमा रहे हैं और इसके साथ-साथ "बुंदेली ब्रांड" के नाम से ऑनलाइन शहद को बाजारों में बेच रहे हैं।
शहद का विविध विकल्प
अभी हमारे पास लीची, नीम, मल्टीफ्लोरा, तुलसी, अकेसिया, जामुन, सरसों, और अजवाइन की शहद उपलब्ध है, जिससे ग्राहकों को विविधता का विकल्प मिलता है।
किसानों के लिए सबसे लाभकारी व्यवसाय
कृषि वैज्ञानिक मनोज अहिरवार ने बताया कि मधुमक्खी पालन किसानों के लिए सबसे लाभकारी व्यवसायों में से एक है, जो पौधों की बेहतर प्रजनन प्रक्रिया को बढ़ावा देता है और मुनाफे के साथ-साथ खेतों के प्रदूषण को कम करता है।
मधुमक्खी पालन के साथ किसानों को सब्सिडी
*मध्य प्रदेश सरकार मधुमक्खी पालन के इच्छुक किसानों को 40 प्रतिशत तक की सब्सिडी देती है और विभिन्न सुविधाओं के लिए अनुदान प्रदान करती है, जैसे कि मधुमक