बंजर और सूखी धरती को सरकार बनाएगी हरा-भरा, किसानों को मिलेगी अंजीर की बागवानी करने पर 50% सब्सिडी, जानिए पूरी डिटेल

इसकी खेती किसानों एवं बागवानों के लिए बेहद फायदेमंद हो सकती है, जिसका 50 प्रतिशत तक का अनुदान भी सरकार दे रही है। यह फल बंजर जमीन या कम उपजाऊ जमीन में भी उगाया जा सकता है

बंजर और सूखी धरती को सरकार बनाएगी हरा-भरा, किसानों को मिलेगी अंजीर की बागवानी करने पर 50% सब्सिडी, जानिए पूरी डिटेल
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बंजर और सूखी धरती को सरकार बनाएगी हरा-भरा, किसानों को मिलेगी अंजीर की बागवानी करने पर 50% सब्सिडी, जानिए पूरी डिटेल

अंजीर, जिसे सूखा मेवा या ताजा फल के रूप में खाया जाता है, स्वास्थ्यवर्धक और पोषण से भरपूर फलों में से एक है। इसकी खेती किसानों एवं बागवानों के लिए बेहद फायदेमंद हो सकती है, जिसका 50 प्रतिशत तक का अनुदान भी सरकार दे रही है। यह फल बंजर जमीन या कम उपजाऊ जमीन में भी उगाया जा सकता है और पौधे 2 साल के अंदर फल देने लगते हैं। अंजीर की खेती से अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है और इसकी उन्नत किस्में भी विकसित की गई हैं।





अंजीर की खेती के लाभ:

सरकारी अनुदान: राष्ट्रीय बागवानी मिशन के तहत सरकार 50 प्रतिशत तक की लागत पर अंजीर की खेती में अनुदान प्रदान कर रही है। राज्य सरकारें भी खेती पर अनुदान प्रदान कर सकती हैं।

बेहद फायदेमंद फल: अंजीर एक स्वास्थ्यवर्धक फल है जो पोषक तत्वों से भरपूर होता है। इसमें पोटेशियम, कैल्शियम, आयरन, विटामिन C, विटामिन K और फाइबर शामिल होते हैं। यह पाचन को सुधारता है, मस्तिष्क को ताकत प्रदान करता है और रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करता है।

कम पानी की जरूरत: अंजीर की खेती के लिए कम पानी की जरूरत पड़ती है, इसलिए यह सूखे क्षेत्रों में भी सफलतापूर्वक उगाया जा सकता है।

साल भर की खेती: अंजीर के पौधे 2 साल के अंदर फल देने लगते हैं और फिर साल भर इससे लाभ कमाया जा सकता है।

उचित मूल्य: अंजीर के फल का बाजार में उचित मूल्य मिलता है, जिससे किसान अच्छा मुनाफा कमा सकता है।

अंजीर की खेती कैसे करें:

अंजीर की खेती आमतौर पर जुलाई और अगस्त के महीने में की जाती है।

बीजों को बोने से पहले भूमि की तैयारी करें। अंजीर के पौधों के लिए गहरी, सुगंधित और आर्जन मिट्टी उपयुक्त होती है।

पौधे को पौधरोपण से पहले साबुत गोबर और खाद डालकर उगाएं। इससे पौधों को ऊर्जा मिलेगी और उत्पादकता बढ़ेगी।

अंजीर के पौधे को आवश्यकतानुसार पानी दें, लेकिन अधिक पानी भी न दें क्योंकि यह रोगों के होने का कारण बनता है।

पौधे को संधियों और डालियों से बचाएं, जिससे उन्हें सुचना मिल सके।

फलों को ध्यान से पलता करते हुए काटें और धूप में सुखाएं। इन्हें साफ़ प्लास्टिक या खुली झाड़ी में सुखाने से फंगस और कीटाणु नहीं लगेगा।

उन्नत अंजीर की किस्में:

पंजाब अंजीर: इसके फल बड़े और पीले रंग के होते हैं, और इसके पौधे 2 साल बाद फल देने लगते हैं।

पुणे अंजीर: इसके फल आकार में मध्यम और पीले रंग के होते हैं, और पौधे 35 डिग्री से 40 डिग्री तक के तापमान में बढ़ोतरी करते हैं।

मार्शलीज अंजीर: यह अंजीर की हाइब्रिड किस्म है, जिससे फल को अधिक समय तक भंडारण किया जा सकता है।

पुणेरी अंजीर: इसके फल स्वादिष्ट और जामुनी रंग के होते हैं, और इसके पौधे 1 वर्ष में 21 से 25 किलोग्राम तक फल प्राप्त हो सकते हैं।

अंजीर की खेती से कमाई:

अंजीर की उन्नत किस्मों के पौधों से साल भर में 30 से 45 लाख रुपये तक की कमाई की जा सकती है। एक पौधे से 2-3 साल बाद 10-15 किलो प्रति पेड़ फल उत्पन्न हो सकते हैं। बाजार में एक किलो अंजीर का दाम 600 से 900 रुपये प्रति किलो तक होता है।

अंजीर की खेती से संबंधित जानकारी से उम्मीद है कि यह लाभदायक और सफल खेती विकसित राज्यों में बढ़ती जाएगी। इससे किसानों को अधिक मुनाफा होगा और स्वास्थ्यकर फलों की मांग भी पूरी होगी। अपने खेती योजना को सफल बनाने के लिए उचित तकनीकी ज्ञान, उच्च गुणवत्ता के बीज, और समय-समय पर उपयुक्त देखभाल का पालन करना अत्यंत महत्वपूर्ण होगा।

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