किसानों के लिए हरियाणा सरकार ने उठाया बड़ा कदम, सरकार दे रही है किसानों को 4,000 रुपये की आर्थिक सहायता, अंतिम तारीख 30 नवंबर, 2023
कपास की खेती करने वाले किसानों के लिए हरियाणा सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। गुलाबी सुंडी के प्रकोप से जूझते हुए किसानों को सरकार दे रही है 4,000 रुपये तक की वित्तीय सहायता।

गुलाबी सुंडी ने हरियाणा के कपास उत्पादक किसानों की फसलों को खतरे में डाल दिया है। इस मुश्किल समय में, हरियाणा सरकार ने किसानों को मदद करने के लिए यह विशेष अनुदान प्रदान करने का फैसला किया है। यह सहायता किसानों को कीट प्रबंधन तकनीकों में सूक्ष्म पोषक तत्वों का उपयोग करने और एकीकृत कीट प्रबंधन को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करेगा।
यहां अनुदान की विवरण:
- कृषि विभाग के मुताबिक, सूक्ष्म पोषक तत्वों और एकीकृत कीट प्रबंधन के लिए प्रति एकड़ या 50 फीसदी, जो भी कम हो (अधिकतम 2 एकड़ तक), किसानों को 2,000 रुपये तक का अनुदान प्रदान किया जाएगा।
किसानों के लिए सलाह:
गुलाबी सुंडी से निपटने के लिए किसानों को निम्नलिखित सलाह दी गई है:
- खेत की निगरानी: फसल की निगरानी के लिए नियमित रूप से खेत की जांच करें।
- लकड़ियों के ढेर: कपास की लकड़ियों के ढेर को खेत में नहीं बल्कि घर में ले जाएं।
- ढक बंद करें: लंबवत खड़ा करने के बजाय लकड़ियों को ढक कर रखें।
अनुदान का अवसर:
कृषि सामग्री की खरीद पर अनुदान प्राप्त करने के लिए, किसान को सरकारी/अर्धसरकारी/सहकारी समिति से या अधिकृत विक्रेता से सूक्ष्म पोषक तत्वों और एकीकृत कीट प्रबंधन सामग्री खरीदनी होगी। इसके बाद उन्हें विभागीय पोर्टल पर बिल का अपलोड करना होगा।
अंतिम तारीख और प्रक्रिया:
अनुदान के बिल का अपलोड करने की अंतिम तारीख 30 नवंबर, 2023 है। किसान अपने बिल को https://agriharyana.gov.in पर अपलोड कर सकते हैं। Farmer Corner में जाकर Farmer Login करें, उसके बाद स्कीम Select करें, मोबाइल नंबर एंटर करें और बिल अपलोड करें गुलाबी सुंडी से बचाव: हरियाणा सरकार दे रही है किसानों को 4,000 रुपये की आर्थिक सहायता
गुलाबी सुंडी के प्रकोप से परेशान हरियाणा के किसानों के लिए आई राहत की खबर। हरियाणा सरकार ने कृषि विभाग के माध्यम से किसानों को गुलाबी सुंडी की रोकथाम के लिए 4,000 रुपये तक की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया है।
गुलाबी सुंडी के प्रकोप से कपास की फसल में हो रहे नुकसान को देखते हुए हरियाणा सरकार ने किसानों के लिए मदद करने के लिए यह नया कदम उठाया है। इस सहायता के तहत, किसानों को सूक्ष्म पोषक तत्वों और एकीकृत कीट प्रबंधन के लिए आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है।
हरियाणा सरकार के कृषि विभाग के अनुसार, गुलाबी सुंडी के प्रकोप को रोकने के लिए किसानों को सलाह दी जा रही है। इसके अनुसार, किसानों को अपने खेतों की निगरानी में ज्यादा सतर्क रहने की सलाह दी गई है। उन्हें कपास की लकड़ियों के ढेर खेत में नहीं लगानी चाहिए, बल्कि ढेरों को लंबवत खड़ा करके और ढक कर रखकर फसल को सुरक्षित रखने की सलाह दी जा रही है।
कृषि विभाग के अनुसार, सूक्ष्म पोषक तत्वों और एकीकृत कीट प्रबंधन की कृषि सामग्री पर 50 फीसदी या 2,000 रुपये प्रति एकड़ तक का अनुदान प्रदान किया जाएगा। किसान इस अनुदान को सरकारी/अर्धसरकारी/सहकारी संस्थानों या अधिकृत विक्रेताओं से खरीदकर प्राप्त कर सकते हैं और उन्हें विभागीय पोर्टल पर बिल अपलोड करना होगा।
बिल अपलोड करने की अंतिम तारीख 30 नवंबर, 2023 है। किसान वेबसाइट https://agriharyana.gov.in पर जाकर अपने मोबाइल नंबर के माध्यम से बिल अपलोड कर सकते हैं। यह सहायता किसानों को गुलाबी सुंडी से बचाव में मदद करेगी और उन्हें फसल की सुरक्षा के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होगी।