सरकार के किए वादों में कितनी सच्चाई, पिछले 2 महीनों में कितना बढ़ा नरमा कपास का भाव, किसानो की उम्मीद पर फिर रहा पानी

महाराष्ट्र के किसान पिछले एक साल से अच्छे दाम का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन इस बार उनके बीच असमंजस है।

सरकार के किए वादों में कितनी सच्चाई, पिछले 2 महीनों में कितना बढ़ा नरमा कपास का भाव, किसानो की उम्मीद पर फिर रहा पानी
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सरकार के किए वादों में कितनी सच्चाई, पिछले 2 महीनों में कितना बढ़ा नरमा कपास का भाव, किसानो की उम्मीद पर फिर रहा पानी


कॉटन, जो भारत में thaजरुरी और उपयोगी खेती है, जिसको लेकर मंडियों में दामों में असमंजस का माहौल है। महाराष्ट्र, जो भारत का प्रमुख कॉटन उत्पादक है, यहाँ किसानों को इस बार कैसे नतीजे देखने को मिलेंगे, इस पर एक नजर

किसानों की चिंता, दामों में उतार-चढ़ाव

महाराष्ट्र के किसान पिछले एक साल से अच्छे दाम का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन इस बार उनके बीच असमंजस है। कुछ क्षेत्रों में कॉटन के दाम मुनाफे के सीमा पर हैं, जबकि कुछ इससे पीछे हैं। उत्पादन की कमी और दामों की स्थिति ने किसानों को चिंतित कर दिया है।

दामों में स्थिति

महाराष्ट्र के कई क्षेत्रों में, कॉटन का न्यूनतम और अधिकतम दामों में अंतर है। इस साल, संगमनेर में न्यूनतम दाम 5000 रुपये है, जबकि वरोरा में यह 7000 रुपये है। किसानों को इस असमंजस से बाहर निकलने के लिए सरकार के क्या प्रयास है,

केंद्र सरकार की कदम

केंद्र सरकार ने 2023-24 के लिए मध्यम रेशेवाली कपास की एमएसपी को बढ़ाकर किसानों को सहारा पहुंचाया है। लेकिन क्या यह किसानों के लिए पर्याप्त है?

किसानों की उम्मीदें

किसानों की उम्मीद है कि इस साल दामों में वृद्धि होगी, लेकिन उत्पादन की कमी को देखते हुए इसमें भी ठहराव की स्थिति बनी हुई है। देशभर में उत्पादन की कमी होने से दामों में स्थिरता आएगी या नहीं, यह जानने के लिए हमें इस क्षेत्र की और देखना होगा।

कॉटन उत्पादन के क्षेत्रों में बदलाव

कॉटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया के अनुसार, उत्तरी क्षेत्र में पिछले वर्षों की तुलना में उत्पादन में कमी हो सकती है। मध्य और दक्षिण क्षेत्रों में भी इसमें गिरावट का अनुमान है।


कॉटन के दामों में हो रहे उतार-चढ़ाव के बीच, महाराष्ट्र के किसानों को सचेत रहने की आवश्यकता है। केंद्र सरकार की पहल के बावजूद, यह कृषि सेक्टर के लिए चुनौतीपूर्ण समय है। आने वाले दिनों में, यह तय होगा कि कॉटन के दामों में स्थिति में कैसा बदलाव होता है

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