रामदाना की खेती कैसे करें ? इस खेती से यूपी के किसान बने लखपति ! जानें इसके फायदे और खेती करने का तरीका

रामदाना की खेती कैसे करें ? इस खेती से यूपी के किसान बने लखपति ! जानें इसके फायदे और खेती करने का तरीका
X

रामदाना की खेती कैसे करें ? इस खेती से यूपी के किसान बने लखपति ! जानें इसके फायदे और खेती करने का तरीका

खेत खजाना : रामदाना की खेती आपने शायद रामदाना को लड्डू, चिक्की या पोपकॉर्न के रूप में खाया होगा, लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह एक ऐसी फसल है जो किसानों को लाखों का मुनाफा दे सकती है? हां, यह सच है. रामदाना एक प्रकार का अनाज है जो गर्म और नम जलवायु में उगाया जाता है. इसकी खेती उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में कई किसानों ने शुरू की है और इससे वे लाखों की कमाई कर रहे हैं.

रामदाना की खेती के फायदे रामदाना की खेती करने के कई फायदे हैं, जैसे-

इसकी खेती में कम लागत और कम मेहनत लगती है. इसके लिए ज्यादा पानी, उर्वरक या कीटनाशक की जरूरत नहीं होती. इसकी देखभाल भी आसान होती है.

इसकी खेती में ज्यादा मुनाफा होता है. इसका दाम बाजार में अच्छा मिलता है. इसका एक क्विंटल दाना 4 से 5 हजार रुपये में बिकता है. इसके अलावा, इसके पत्ते, फूल और डंठल भी बेचे जा सकते हैं.

इसकी खेती में आवारा पशुओं का डर नहीं होता. इसको जानवर नहीं खाते हैं. इसलिए, इसकी फसल को बचाने के लिए बाड़ा या जाली लगाने की जरूरत नहीं होती.

इसकी खेती से मिट्टी की उर्वरता भी बढ़ती है. इसके पौधे में नाइट्रोजन फिक्सेशन की क्षमता होती है, जिससे मिट्टी में नाइट्रोजन की मात्रा बढ़ती है. इससे अगली फसल के लिए मिट्टी उपयुक्त रहती है.

रामदाना की खेती का तरीका रामदाना की खेती करने के लिए निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए-

रामदाना की खेती रबी और खरीफ दोनों मौसम में की जा सकती है. रबी में इसकी बुवाई अक्टूबर से नवंबर तक और खरीफ में जून से जुलाई तक की जा सकती है.

रामदाना की खेती के लिए हल्की और उपजाऊ मिट्टी उपयुक्त होती है. मिट्टी को अच्छे से जोतकर बारीक करना चाहिए. मिट्टी में खाद या गोबर की खाद मिलाना चाहिए.

रामदाना के बीज को बुवाई से पहले एक रात पानी में भिगोना चाहिए. इससे बीज का अंकुरण तेज होता है. बीज को 2 से 3 सेंटीमीटर की गहराई में लगभग 25 सेंटीमीटर की दूरी पर बुवाई करना चाहिए.

रामदाना की खेती में ज्यादा पानी की जरूरत नहीं होती. इसके लिए बुवाई के बाद एक बार और फूलने के बाद एक बार पानी देना काफी होता है. अधिक पानी देने से फसल का नुकसान हो सकता है.

रामदाना की खेती में कीटों का प्रकोप कम होता है. फिर भी, अगर कोई कीट दिखाई दे, तो नीम के तेल या निम्बोली के रस का छिड़काव करना चाहिए.

रामदाना की फसल को 90 से 120 दिनों में काटना चाहिए

Tags:
Next Story
Share it