गेंहू बिजाई में नहीं डाली (DAP) तो यह है फास्फोरस की कमी पूरी करने का आसान तरीका
गेंहू बिजाई में नहीं डाली (DAP) तो यह है फास्फोरस की कमी पूरी करने का आसान तरीका
खेत खजाना : गेहूं बिजाई के समय किसानों को डीएपी की कमी होती है, जिससे फास्फोरस की भारी कमी हो सकती है। कुछ किसान बिना डीएपी के गेहूं की बिजाई करते हैं, जिससे उन्हें फास्फोरस की आवश्यकता हो सकती है। इस लेख में, हम जानेंगे कैसे गेहूं में डीएपी की कमी को पूरा करने के लिए कुछ आसान तरीके हैं।
पौधे के लिए अत्यंत आवश्यक: फास्फोरस पौधे के सही विकास के लिए अत्यंत आवश्यक है।
जड़ों का विकास: इससे पौधे की जड़ों का सही विकास होता है, जिससे पौधे मजबूत होते हैं।
कल्लों के फुटाव और बढ़वार: फास्फोरस की मौजूदगी से पौधों के कल्ले मजबूत होते हैं, जो उच्च उत्पादकता के लिए आवश्यक हैं।
फूल और फलों का विकास: फास्फोरस फूलों और फलों के सही विकास के लिए भी आवश्यक है।
क्लोरोफिल की मात्रा को बढ़ावा: फास्फोरस क्लोरोफिल की मात्रा को बढ़ाने में मदद करता है, जिससे पौधों का हरित पिघलाव बढ़ता है।
गेहूं में फास्फोरस की कमी पूरी करने के तरीके
पानी से पहले और बाद में डीएपी प्रयोग:
गेहूं बिजाई से पहले और बाद में 50 किलोग्राम डीएपी प्रति एकड़ का प्रयोग करें।
फास्फोरस घुलनशील बैक्टीरिया (PSB) स्प्रे:
1 लीटर PSB और 2 किलोग्राम गुड़ को 200 लीटर पानी में घोल बनाएं और उसे खेत में स्प्रे करें।
डीएपी, यूरिया, और पोटाश का स्प्रे:
2 किलोग्राम डीएपी, 1 किलोग्राम यूरिया, और 1 किलोग्राम पोटाश को आपस में घोल बनाएं और फसल पर छिड़काव करें।
नैनो डीएपी स्प्रे:
500ml नैनो डीएपी को 200 लीटर पानी में घोल बनाएं और फसल पर स्प्रे करें।
NPK12-61-0 स्प्रे:
1.5 किलोग्राम NPK12-61-0 को एकड़ प्रति स्प्रे करें, पानी देने से पहले और बाद में।
नोट:
गेहूं के बिजाई में डीएपी की कमी से बचने के लिए किसानों को समय पर समझदारी से काम करना चाहिए।
फास्फोरस की अधिकता या कमी से बचने के लिए एक अच्छे कृषि विशेषज्ञ से सलाह लेना अच्छा होता है।
इन तरीकों का प्रयोग करके किसान गेहूं में डीएपी की कमी को पूरा कर सकते हैं और फसल को सही और सुरक्षित रूप से उगाने में मदद कर सकते हैं।