सरसों की अगेती बुवाई करने की सोच रहे हैं, तो सिर्फ 100 दिन में पकने वाली इन टॉप किस्मों को चुने, जनवरी के पहले हफ्ते में कटाई के लिए होगी तैयार

इन किस्मों में से किसी भी किस्म का चयन करके किसान अगेती सरसों की खेती कर सकते हैं। सरसों की बुवाई सितंबर के आस-पास की जा सकती है

सरसों की अगेती बुवाई करने की सोच रहे हैं, तो सिर्फ 100 दिन में पकने वाली इन टॉप किस्मों को चुने, जनवरी के पहले हफ्ते में  कटाई के लिए होगी तैयार
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सरसों की अगेती बुवाई करने की सोच रहे हैं, तो सिर्फ 100 दिन में पकने वाली इन टॉप किस्मों को चुने, जनवरी के पहले हफ्ते में कटाई के लिए होगी तैयार


किसानों के लिए सरसों की खेती एक मुनाफे का सौदा हो सकता है, खासकर जब इसकी कीमतें उच्च होती हैं और मौसम की सार्थक साथी होती है। इस बार, सरसों की अच्छी कीमत को देखते हुए किसानों के लिए यह अच्छा समय हो सकता है अगेती सरसों की खेती की योजना बनाने का। इस लेख में, हम आपको उन बंपर पैदावार देने वाली सरसों की किस्मों की जानकारी देंगे और यह दिखाएंगे कि कैसे आप अगेती सरसों की खेती की व्यवस्था कर सकते हैं।

सरसों की अगेती से मुनाफा

सरसों की अगेती से मुनाफा हासिल करने के लिए किसानों को विशेषज्ञों की सलाह और नवाचारों का सहारा लेना चाहिए। यहां कुछ बंपर पैदावार देने वाली सरसों की किस्मों की सूची है:

किस्म पकने में समय प्रति हेक्टेयर पैदावार

पूसा सरसों- 25 100 दिन 14.5 क्विंटल

पूसा तारक 110-115 दिन 15-20 क्विंटल

पूसा महक 110-115 दिन 15-20 क्विंटल

पूसा सरसों- 27 110-115 दिन 15.5 क्विंटल

पूसा सरसों- 28 105-110 दिन 18-20 क्विंटल

इन किस्मों में से किसी भी किस्म का चयन करके किसान अगेती सरसों की खेती कर सकते हैं। सरसों की बुवाई 15 सितंबर के आस-पास की जा सकती है और इसकी कटाई जनवरी के पहले हफ्ते तक की जा सकती है।

सरसों की खेती के लाभ

अच्छा मुनाफा: उपर्युक्त सरसों की किस्में बंपर पैदावार देती हैं, जिससे किसान मुनाफा हासिल कर सकते हैं।

कम समय में पकने की विशेषता: कुछ किस्में सरसों को कम समय में पक कर तैयार हो जाती हैं, जिससे किसानों को समय की बचत होती है।

पर्यावरण का साथी: सरसों खेतों को उपजाऊ बनाती है और पर्यावरण को सुरक्षित रखने में मदद करती है।

अगेती सरसों की खेती की योजना

अगेती सरसों की खेती की योजना बनाते समय, यह ध्यान में रखना जरूरी है कि सरसों की खेती अच्छी तरह से होनी चाहिए। यहां कुछ महत्वपूर्ण निर्णय और कदम हैं:

बीज चयन: उच्च गुणवत्ता वाले सरसों के बीजों का चयन करें और पूरी जानकारी प्राप्त करें कि कौनसा बीज आपके क्षेत्र में सबसे अच्छा काम करेगा।

खेतों की तैयारी: खेतों की अच्छी तरह से तैयारी करें, जिसमें खेत की भूमि की उर्वरकता, खेत की ड्रेनेज, और बीज बोने जाने की सही तकनीक शामिल हो।

बीज की बोवाई: बीज को अच्छी तरह से बोवाई करें, और इसके लिए सही दूरी और ढंग से बोवाई की जाए।

जल संचालन: सरसों की खेती के दौरान अच्छा जल संचालन कीजिए और सिंचाई का सही समय और मात्रा में पालन करें।

रोग और कीट प्रबंधन: खेत में रोगों और कीटों का प्रबंधन करने के लिए उपयुक्त उपायों का उपयोग करें।

पूरी देखभाल: सरसों की पूरी देखभाल करें, और उचित समय पर उसके जैविक और रासायनिक उर्वरकों का अप्रयोग करें।

सरसों की खेती के साथी तरीकों का प्रयोग करके, किसान भाई अच्छी पैदावार हासिल कर सकते हैं और अधिक मुनाफा कमा सकते हैं।

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