Kapas Top Variety : कपास की ये किस्में देती हैं बंपर पैदावार, रोगों का भी कम होता है खतरा

Kapas Top Variety : कपास की ये किस्में देती हैं बंपर पैदावार, रोगों का भी कम होता है खतरा
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Kapas Top Variety कपास की ये किस्में देती हैं बंपर पैदावार, रोगों का भी कम होता है खतरा

खेत खजाना: कपास भारतीय कृषि में एक विशेष महत्व रखती है, जो नकदी फसल के रूप में भी प्रसिद्ध है। यह भारतीय कृषि उत्पादन के लिए बहुत महत्वपूर्ण फसलों में से एक है और दुनिया भर में भी उगाई जाती है। इसलिए, यह भारत में विभिन्न क्षेत्रों में उगाई जाती है और विश्व भर में बढ़ते हुए मांग का भी पूरा भरोसा है।

कपास की विभिन्न किस्में

कपास के उत्पादन में कई प्रकार की किस्में होती हैं, जो उनके विशेषताओं और वैज्ञानिक नामों से पहचानी जाती हैं। भारत में इसकी दो प्रमुख किस्में हैं:

देशी कपास (गासिपियाम अर्बोरियाम) एवं (गा; हरबेरियम)

अमेरिकन कपास (गा, हिर्सूटम) एवम् (बरवेडेंस)

इनमें से देशी कपास भारत के कुछ विशेष भागों में उगाई जाती है, जबकि अमेरिकन कपास भारत के अन्य क्षेत्रों में पाई जाती है। दोनों किस्मों के फायदे और उपयोग अलग-अलग होते हैं, और इन्हें उगाने के लिए विशेष भूमि आवश्यक होती है।

कपास के उपयोग

कपास का उपयोग विभिन्न क्षेत्रों में किया जाता है और इसके कई प्रकार के उपयोग होते हैं। कुछ मुख्य उपयोग निम्नलिखित हैं:

वस्त्र उत्पादन: कपास बहुत मुलायम और सुंदर फाइबर उत्पादन के लिए उपयुक्त होती है। इससे उच्च क्वालिटी के कपड़े बनाए जाते हैं जो अपनी खासियत से प्रसिद्ध होते हैं।

औषधीय उपयोग: कपास का उपयोग औषधीय उत्पादों में भी होता है। इसमें कई औषधीय गुण होते हैं जो आराम और उपचार में मदद करते हैं।

कृषि: कपास के बीज से तेल निकाला जाता है जो खाद्य और कृषि के उद्देश्यों के लिए उपयुक्त होता है।

अन्य उपयोग: कपास के फाइबर से रस्से, पतलून, सूती कपड़े, बोर्ड बनाने में भी उपयोग होता है। इसके अलावा, इससे कागज, पुस्तकें, तार, रस्से आदि भी बनाए जाते हैं।

कपास की उत्पादन के लिए उपयुक्त किस्में

कपास की उत्पादन में कुछ विशेष किस्में भारत में उगाने के लिए उपयुक्त होती हैं, जो अधिक उत्पादन देने वाली होती हैं और उगाने में भी आसानी होती हैं। इनमें से कुछ चुनिंदा किस्में निम्नलिखित हैं:

किस्म विशेषताएं उपज (क्विंटल/एकड़)

RCH 134BT उच्च उपज देने वाली, अच्छी फाइबर गुणवत्ता 11.5

RCH 317BT अधिक उपज देने वाली, गूलर का आकार बड़ा 10.5

MRC 6301BT उच्च उपज देने वाली, उत्तम फाइबर गुणवत्ता 10

MRC 6304BT अधिक उपज देने वाली, गोल और बड़े बोल 10.1

अंकुर 651 जस्सीद सहिष्णु, कपास-गेहूं के रोटेशन के लिए उपयुक्त 7

व्हाइटगोल्ड (Whitegold) हाइब्रिड, लीफ कर्ल वायरस रोग के प्रति सहिष्णु 6.5

LHH 144 लीफ कर्ल प्रतिरोधी, औसतन 7 क्विंटल प्रति एकड़ उपज 7.6

F 1861 पत्ती कर्ल वायरस रोग के प्रति सहिष्णु 6.5

F 1378 उच्च उपज देने वाली, औसतन 8.45 क्विंटल प्रति एकड़ उपज 8.5

F 846 अर्ध-फैलाने वाली, अधिक उपज देने वाली 10

LHH 1556 कम अवधि की अगेती पकने वाली 8.45

मोती (Moti) फुसैरियम विल्ट टॉलरेंट, जिनिंग आउटपुट 38.6% 8.45

चयन करें और उगाएं!

अपने क्षेत्र के अनुकूलता और उत्पादन के आधार पर उपरोक्त विभिन्न किस्मों में से अपनी खेती के लिए उपयुक्त किस्म का चयन करें और एक सफल फसली उत्पादन का आनंद लें! कपास भारतीय कृषि की नकदी फसल है, और इसका उत्पादन सारे विश्व में महत्वपूर्ण है। इस अद्भुत फसल के साथ अपनी खेती का सम्पूर्ण समर्थन करें और अधिक उत्पादन और लाभ का आनंद उठाएं।

ध्यान रहे कि खेती करते समय स्थानीय मार्गदर्शन का पालन करें, जिससे कि आपको अधिक उत्पादन की गारंटी हो। आपके प्रदेश या क्षेत्र के कृषि विभाग आपको सही किस्मों और उगाने की तकनीकों के बारे में जानकारी प्रदान करेगा।

ध्यान दें: ऊपर दी गई जानकारी 2021 के लिए है और आपके क्षेत्र में नई विकसित किस्में आई हो सकती हैं। अपने कृषि विशेषज्ञ से संपर्क करके नवीनतम जानकारी प्राप्त करें और उचित तकनीकों का उपयोग करें। आपके प्रदेश के खेती विभाग का सहायता लें और विश्वस्तरीय कपास उत्पादन के लिए आवश्यक ज्ञान और समर्थन प्राप्त करें।

नोट: ऊपर दी गई जानकारी अद्यतित नहीं है और 2021 के बाद आई बदलती हुई समय के साथ नई किस्में विकसित हो सकती हैं। इसलिए, अपने क्षेत्र के कृषि विशेषज्ञ से संपर्क करें और उचित तकनीकों का उपयोग करें।

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