जानिए, क्या सरसों की बाजार में आएगी बढ़ोतरी? किसान साथियों के लिए बड़ी खबरें

भारतीय तेल बाजार विदेशी बाजारों के दबाव में है, लेकिन अब तक यह विदेशी दबाव के चलते त्यौहारी सीज़न के बावजूद अनुमानित तेजी नहीं दिखा रहा है।

जानिए, क्या सरसों की बाजार में आएगी बढ़ोतरी? किसान साथियों के लिए बड़ी खबरें
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पिछले सालों में सरसों की बाजार में बदलाव देखने के बावजूद, इस बार क्या होगा? इस लेख में, हम सरसों की वर्तमान स्थिति की जांच करेंगे और आगामी महीनों में क्या अपेक्षित हो सकता है।

सरसों की वर्तमान स्थिति:

भारतीय तेल बाजार विदेशी बाजारों के दबाव में है, लेकिन अब तक यह विदेशी दबाव के चलते त्यौहारी सीज़न के बावजूद अनुमानित तेजी नहीं दिखा रहा है। भारतीय तेल का बाजार विदेशी तेलों के मुकाबले मजबूत है, जिसके कारण जब विदेशी तेल के भाव में गिरावट होती है, तो भारत में इसका बहुत कम असर होता है।

दिवाली के त्योहार का प्रभाव:

दिवाली के त्योहार से पहले बाजार किस तरह से प्रतिक्रिया देता है, यह हमें देखने को मिलेगा। इस समय घरेलू डिमांड बढ़ जाती है और सरसों तेल की मांग बढ़ जाती है।

ताज़ा मार्केट अपडेट:

गुरुवार के बाजार में सरसों के भाव में सुधार देखने को मिला है। जयपुर में सरसों के भाव 5800 रुपये प्रति क्विंटल पर पहुंच गए हैं, जबकि भरतपुर में भी मजबूती दिखाई देती है और सरसों के भाव 5460 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुआ है। दिल्ली में भी सरसों के भाव 200 रुपये तक तेज बताए जा रहे हैं।

मंडियों में सरसों के भाव:

नोहर मंडी में सरसों का रेट 5422 रुपये प्रति क्विंटल है, संगरिया मंडी में 5336 रुपये प्रति क्विंटल है, जैतसर मंडी में 5015 रुपये प्रति क्विंटल है, रायसिंहनगर मंडी में 5288 रुपये प्रति क्विंटल है, गजसिंहपुर मंडी में 5209 रुपये प्रति क्विंटल है, और चरखी दादरी मंडी में 5550 रुपये प्रति क्विंटल है।

प्लांटों के भाव:

सलोनी प्लांट पर सरसों के भाव 6300 प्रति क्विंटल है, गोयल कोटा प्लांट पर सरसों के भाव 5750 प्रति क्विंटल है, और आगरा में BP और शारदा प्लांट पर सरसों के भाव 6000 प्रति क्विंटल है।

विदेशी बाजारों की स्थिति:

विदेशी बाजारों में भी सरसों के भाव में सुधार दिखाई देता है। मलेशिया के KLC बाजार में नवंबर महीने का पाम वायदा 33 रिंगिट तक तेज हो रहा है। चीन के बाजार में भी पाम तेल और सोया तेल तेजी दिखा रहे हैं।

क्या सरसों में पिछले साल जैसी तेजी संभव है?

पिछले सालों में सरसों की तेजी दिवाली के पहले होती थी, लेकिन इस बार क्या होगा? सरकार ने विदेशी तेलों का आयात बढ़ा दिया है, इसके कारण पिछले साल जैसी तेजी की अपेक्षा नहीं है। लेकिन यहां से आगे, सरसों में 200-400 रुपये की बढ़त की संभावना है।

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