कई किसानों ने फेंके सड़क पर टमाटर तो कुछ ने पशुओं के चारे के लिए रख लिया, सिर्फ एक महीने में भाव पहुंचा 260 रुपए प्रति किलो से 2 रूपये किलो
अगस्त-अक्टूबर में टमाटर के उत्पादन की बढ़ती मात्रा के कारण, इसकी कीमतों में और भी गिरावट की उम्मीद है।
कई किसानों ने फेंके सड़क पर टमाटर तो कुछ ने पशुओं के चारे के लिए रख लिया, सिर्फ एक महीने में भाव पहुंचा 260 रुपए प्रति किलो से 2 रूपये किलो
हाल के समय में भारत में टमाटर के दामों में एक बड़ी गिरावट देखने को मिली है, जिससे किसानों को बड़ी परेशानियाँ आई हैं। इसके परिणामस्वरूप, कुछ किसानों ने टमाटर की फसलों को सड़कों पर फेंक दिया, जबकि दूसरे किसान इन टमाटरों को पशुओं के चारे के लिए रख लिया।
टमाटर के दामों में गिरावट का कारण
इस आपत्तिजनक स्थिति का मुख्य कारण टमाटर के उत्पादन में बंपर पैदावार है, जिसके परिणामस्वरूप बाजार में टमाटर की कीमतों में गिरावट आई है। अगस्त-अक्टूबर में टमाटर के उत्पादन की बढ़ती मात्रा के कारण, इसकी कीमतों में और भी गिरावट की उम्मीद है।
सरकार के कदम
सरकार ने इस स्थिति को सुधारने के लिए कई कदम उठाए हैं। सरकार अब किसानों के टमाटर खरीदने का विचार कर रही है और मूल्य स्थिरीकरण कोष का इस्तेमाल करके इसे लागू कर सकती है। इसके अलावा, सरकार ने टमाटर की खरीदारी के लिए नजदीकी बाजारों में इन टमाटरों को बेचने का भी विचार किया है।
किसानों की मांग
किसान संगठनों का कहना है कि सरकार को टमाटर के दामों में गिरावट को रोकने के लिए कदम उठाने की जरूरत है। वे इसे बचाने के लिए सरकार से दखल की मांग कर रहे हैं, और उनका कहना है कि टमाटर की खरीदारी कीमत कम से कम 25 रुपये प्रति किलो होनी चाहिए।