मेरी फसल मेरा ब्यौरा Meri Fasal Mera Byora पोर्टल पर बड़ा गोलमाल, खेत का मालिक कोई पोर्टल पर पंजीकरण किसी का

मेरी फसल मेरा ब्यौरा  Meri Fasal Mera Byora  पोर्टल पर बड़ा गोलमाल, खेत का मालिक कोई पोर्टल पर पंजीकरण किसी का
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हरियाणा सरकार ने "मेरी फसल मेरा ब्यौरा" Meri Fasal Mera Byora पोर्टल को किसानों की आर्थिक सहायता के लिए लॉन्च किया था, लेकिन इस पोर्टल पर हो रहे घोटालों की चर्चा हो रही है। किसान एकता के प्रदेशाध्यक्ष लखविंदर सिंह औलख ने इस घोटाले की जानकारी दी है और कहा है कि सरकारी लोगों द्वारा किसानों के साथ धोखाधड़ी की जा रही है। इस लेख में, हम "मेरी फसल मेरा ब्यौरा" पोर्टल पर हो रहे घोटालों के बारे में विस्तार से जानेंगे।

किसानों के साथ कर रहे धोखाधड़ी

लखविंदर सिंह औलख ने जानकारी देते हुए बताया कि “मेरी फसल मेरा ब्यौरा” Portal के माध्यम से सरकार व प्रशासन के कुछ लोग मिलकर किसानों के साथ धोखाधड़ी कर रहे हैं. इस धोखाधड़ी से संबंधित अब तक कई शिकायतें आ चुकी हैं. कलांवली हलका प्रधान नथा सिंह झोरड़रोही ने रोड़ी थाना में एक शिकायत दर्ज करवाई है. इस शिकायत में बताया गया है कि देसू खुर्द गांव के कई किसानों की सैकड़ो एकड़ फसल का पंजीकरण “मेरी फसल मेरा ब्यौरा” Portal गलत तरीके से करवा लिया गया है.

13 October को नथा सिंह ने रोड़ी थाना में अपनी उपज नहीं बेच पाने के कारण शिकायत दर्ज करवाई है. देसु खुर्द निवासी लाभ सिंह, दर्शन सिंह, बंता सिंह, अमृतपाल सिंह सहित कई किसानों की फसलों का Registration अपने नाम से करवा लिया है. किसानों के साथ हो रहे धोखे का जिम्मेदार कोई और नहीं बल्कि सरकार और प्रशासन के लोग ही हैं. औलख ने कहा कि सरकारी लोग ही किसानों के साथ धोखाधड़ी कर रहे हैं.

मजबूरीवश उठाना पड़ेगा संघर्ष का रास्ता

सरकार ने आदेश देते हुए कहा है अगर सच में सरकार व प्रशासन Portal के प्रति ईमानदार है तो तुरंत प्रभाव से दोषियों के खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा, और कानूनी कार्यवाही की जाएगी. औलख ने कहा कि शान हो या कोई सरकारी अधिकारी दोषियों के खिलाफ मामला दर्ज कर कानूनी कार्यवाही की जाएं. औलख का कहना है कि यदि सरकार कोई महत्वपूर्ण कदम नहीं उठाएगी तो उन्हें ही मजबूरीवश संघर्ष का रास्ता अपनाना पड़ेगा.

'मेरी फसल मेरा ब्यौरा' पोर्टल क्या है?

"मेरी फसल मेरा ब्यौरा" पोर्टल हरियाणा सरकार द्वारा शुरू की गई एक योजना है।

इसका उद्देश्य किसानों को उनकी नष्ट हुई फसलों की क्षतिपूर्ति के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करना है।

इस पोर्टल के माध्यम से किसान अपनी फसलों का पंजीकरण कर सकते हैं ताकि उन्हें सरकार द्वारा सहायता प्राप्त हो सके।

किसानों के साथ कर रहे धोखाधड़ी

लखविंदर सिंह औलख के अनुसार, "मेरी फसल मेरा ब्यौरा" पोर्टल के माध्यम से सरकार और प्रशासन के कुछ लोग मिलकर किसानों के साथ धोखाधड़ी कर रहे हैं।

कई किसानों की फसलों का पंजीकरण गलत तरीके से किया जा रहा है, जिससे उन्हें आर्थिक हानि हो रही है।

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