गाय के गोबर का कमाल, जैविक खाद बनाकर यूपी के गजरौला नगर पालिका की बढ़ रही है बंपर कमाई

गाय के गोबर का कमाल, जैविक खाद बनाकर यूपी के गजरौला नगर पालिका की बढ़ रही है बंपर कमाई
खेत खजाना: गजरौला, गजरौला नगर पालिका ने हाल ही में जीरो खर्चे पर गाय के गोबर से जैविक खाद बनाने का आद्यात्मिक प्रयास किया है, जिससे नगर पालिका को न केवल खर्च कम करने का मौका मिला है, बल्कि इससे ठीक ठाक की आय भी हो रही है। यह प्रयास किसानों को भी स्वावलंबी बनाने का माध्यम बन रहा है।
जैविक खाद के लाभ
जीरो खर्चे से जैविक खाद बनाने के लाभ विशेष होते हैं। इसमें किसान रासायनिक खाद की आवश्यकता नहीं होती है, जिससे उनकी खर्च कम होती है। इसके अलावा, किसान अपने ही बीज भी तैयार कर सकते हैं, जिससे उनके खर्च पर भी बचत होती है। जैविक खाद और बीज के बाजार में खर्च बच जाता है, जिससे किसानों को सीधा लाभ होता है।
नगर पालिका की पहल
गजरौला नगर पालिका की अधिकारी गार्गी त्यागी ने इस प्रयास के बारे में जानकारी दी और बताया कि पहले गाय के गोबर को फेंका जाता था, लेकिन अब पालिका ने उसके सही उपयोग की ओर कदम बढ़ाया है। इस प्रयास से पालिका को स्थिर आय भी हो रही है और किसानों को भी जैविक खाद का स्रोत मिल रहा है।
जैविक खाद उत्पादन
गजरौला नगर पालिका द्वारा जैविक खाद का उत्पादन अमरोहा जनपद के अलावा अन्य शहरों में भी ऑर्डर पर किया जाता है। जैविक खाद की मांग के हिसाब से उत्पादन किया जाता है, और इससे नगर पालिका को अच्छी कमाई हो रही है।
किसानों को जागरूक करना
गजरौला नगर पालिका के अधिकारियों का कहना है कि उनका लक्ष्य किसानों को जैविक खाद के उपयोग के लिए जागरूक करना भी है। उन्होंने इस प्रयास के माध्यम से गोबर को बेवजह फेंकने की बजाय उसका सही उपयोग करने की महत्वपूर्ण बात बताई है। इससे किसानों को स्वावलंबी बनाने का माध्यम मिलेगा और उनके खर्चों में भी कमी होगी।
गाय के गोबर से जैविक खाद बनाने के इस प्रयास से गजरौला नगर पालिका ने न केवल खुद की आय को बढ़ाया है, बल्कि किसानों को भी सही दिशा में अग्रसर करने का मौका प्रदान किया है। जैविक खाद के उपयोग से किसान अपनी खेती में भी बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं, जिससे उनकी आय में वृद्धि होती है।