पपीते की खेती के नाम पर हड़पे रुपये, औरैया में धोखाधड़ी का मामला

सुंदरीपुर गांव के निवासी विश्वनाथ ने कोतवाली में दी तहरीर में बताया कि उनका प्रोफेशन पपीते की खेती है।

पपीते की खेती के नाम पर हड़पे रुपये, औरैया में धोखाधड़ी का मामला
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धोखाधड़ी और गड़बड़ी के मामले हमेशा ही समाज के लिए खतरा होते हैं। आज हम आपको एक ऐसे मामले के बारे में बताएंगे जिसमें पपीते की खेती के नाम पर कई किसानों से धोखाधड़ी की गई। यह मामला औरैया, उत्तर प्रदेश के सुंदरीपुर गांव में हुआ है, जहां स्थानीय निवासी ने कोतवाली पुलिस को तहरीर देकर मामले की जांच की मांग की है। इस लेख में, हम इस मामले के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे, जिसमें पीड़ित ने धोखाधड़ी का आरोप लगाया है।

धोखाधड़ी की घटना:

सुंदरीपुर गांव के निवासी विश्वनाथ ने कोतवाली में दी तहरीर में बताया कि उनका प्रोफेशन पपीते की खेती है। उन्होंने बताया कि वहां पर आये एक युवक ने पपीते की खेती का झांसा देकर उनसे एक लाख 50 हजार रुपये ठग लिए। इसके बाद, उसने दुसरे किसानों से भी धोखाधड़ी की।

निम्नलिखित तालिका में हम देख सकते हैं कि किसानों से कितने पैसे ठगे गए:

किसान का नाम ठगे गए रुपये

पुष्पेंद्र साहू 1,50,000

राम प्रकाश 35,000

दयाराम 20,000

मुलायम सिंह 40,000

रामबहादुर व आनंद मोहन 20,000 each

शिव प्रताप सिंह 40,000

यह मामला बेहद संवेदनशीलता और चिंता का विषय है, और पीड़ित किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण सवाल उठाता है कि हमें अपने लेन-देन को सावधानी से कैसे करना चाहिए।

पीड़ित की कथा:

इस मामले में पीड़ित किसान दयाराम ने बताया कि तीन महीने पहले, दो अज्ञात व्यक्तियों ने उनके पास आकर पपीते की खेती कराने की बात कही। इन व्यक्तियों में से एक व्यक्ति ने अपना नाम पुष्पेंद्र बताया और उन्होंने पपीते की खेती कराने के लिए 20,000 रुपये की बजाय 10,000 रुपये मांगे। दयाराम ने 20,000 रुपये नकद दे दिए।

रुपये मिलने के बाद, आरोपी ने उसे 20,000 रुपये की एक चेक दी और यह कहा कि तीन महीने बाद वह चेक बैंक से भुना लेगा। इसके बाद, वह दोबारा कभी नहीं आया। तीन महीने बाद, जब दयाराम चेक को बैंक में भुनाने पहुंचे, तो उनके खाते में पर्याप्त रुपये नहीं थे, और चेक बाउंस हो गई। इसके बाद, उन्हें ठगी होने की जानकारी हुई।

मामले की जांच:

कोतवाल पंकज मिश्रा ने बताया कि पीड़ित की तहरीर पर धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू की गई है। इस मामले की जांच के बाद, दोषियों को गिरफ्तार करने का प्रयास किया जा रहा है।

कैसे बचें धोखाधड़ी से:

धोखाधड़ी की तरहीं मामलों से बचाव के लिए हमें सावधान रहना बेहद महत्वपूर्ण है। यहां कुछ सुझाव दिए गए हैं:

सतर्क रहें: आपको हमेशा सतर्क रहना चाहिए, खासकर जब आप अज्ञात व्यक्तियों से व्यवसायिक लेन-देन कर रहे हों।

सत्यापन करें: किसी भी सौदे को करने से पहले, आपको उस व्यक्ति की पहचान और पूरी जानकारी की पुष्टि करनी चाहिए।

साक्षरता: साक्षरता और वित्तीय सलाह की जरूरत हो सकती है, खासकर जब आप बड़ी लेन-देन कर रहे हों।

ऑनलाइन सतर्कता: ऑनलाइन व्यापार में विशेष सतर्कता बरतें, और केवल प्रमाणित और प्रमाणित प्लेटफ़ॉर्म्स पर सौदा करें।

पुलिस को सूचित करें: यदि आपको धोखाधड़ी का शक होता है, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।

समापन:

धोखाधड़ी और धन की हानि के मामलों से बचाव के लिए हमें सतर्क रहना और सवाली होना बेहद महत्वपूर्ण है। इस मामले की जांच से हमें सिखने को मिलता है कि हमें अपने वित्तीय लेन-देन को सावधानी से कैसे करना चाहिए, ताकि हम धोखाधड़ी के शिकार न बनें।

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