नवगोल्ड किस्म के सरसों की पैदावार आम सरसों की तुलना में बेहतर. जानें इसकी खेती के तरीके के बारे में..

अच्छे उत्पादन के लिए नवगोल्ड किस्म की सरसों की खेती

नवगोल्ड किस्म के सरसों की पैदावार आम सरसों की तुलना में बेहतर. जानें इसकी खेती के तरीके के बारे में..
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नवगोल्ड किस्म के सरसों का उत्पादन आम सरसों की तुलना में बेहतर होता है। इसका उत्पादन 20 से 25 डिग्री सेल्सियस के तापमान में किया जाता है और बलूई मिट्टी में इसका विकास अच्छा होता है। नवगोल्ड किस्म के सरसों की खेती के लिए सिंचाई, मिट्टी, खाद, और खरपतवार की उचित देखभाल की जरूरत होती है। इस लेख में, हम आपको नवगोल्ड किस्म के सरसों की खेती के तरीकों के बारे में विस्तार से बताएंगे।

तापमान (Tempreture):

नवगोल्ड किस्म के सरसों का उत्पादन 20 से 25 डिग्री सेल्सियस के तापमान में किया जाता है। यह सीजन रबी में आता है, इसलिए ठंडी में बोया जाता है और गर्मियों में पैदा किया जाता है।

मिट्टी (Soil):

नवगोल्ड किस्म की सरसों की खेती के लिए मिट्टी को अच्छे से तैयार करें। रोटावेटर से जोतने के बाद पाटा की मदद से समतल करें, जिससे पौधों का अच्छा विकास हो सके।

फसल में सिंचाई (Irrigation):

नवगोल्ड किस्म के सरसों की खेती में सिंचाई का महत्वपूर्ण योगदान होता है। इसके बीजों का निर्माण नई वैज्ञानिक विधि से किया जाता है और इसलिए पूरी खेती की प्रक्रिया में केवल एक बार सिंचाई की आवश्यकता होती है। फसल में सिंचाई फूल आने के समय ही कर देनी चाहिए ताकि पैदावार में बेहतरीन परिणाम मिल सके।

खाद और उर्वरक (Fertilizer):

नवगोल्ड किस्म की सरसों की खेती के लिए जैविक खाद का उपयोग करना अच्छा माना जाता है। गोबर की खाद से मिट्टी में नाइट्रोजन, फास्फोरस, और पोटाश की मात्रा को बैलेंस बनाए रखें।

खरपतवार का नियंत्रण (Weed Protection):

नवगोल्ड किस्म की सरसों की खेती में खरपतवार को नियंत्रित करना महत्वपूर्ण होता है। बुवाई के 15 से 20 दिन बाद खरपतवार आने शुरू होते हैं, इसलिए समय-समय पर निराई और गुड़ाई करें। खरपतवार नाशक पेंडामेथालिन 30 रसायन से खरपतवार को नष्ट कर सकते हैं।

सरसों की नवगोल्ड किस्म की खेती से प्राप्त लाभ:

अधिक पैदावार: नवगोल्ड किस्म की सरसों की खेती से आप कम मेहनत में अधिक पैदावार प्राप्त कर सकते हैं।

विविधता: इस किस्म के सरसों में आम किस्म की तुलना में अधिक तेल होता है, जिससे उत्पादकता बढ़ती है।

कम सिंचाई: नवगोल्ड किस्म की खेती में कम सिंचाई और मेहनत की आवश्यकता होती है।

बेहतर मार्गदर्शन: इस लेख में बताए गए तरीकों और सलाहों से आपको बेहतर मार्गदर्शन मिलेगा ताकि आपकी खेती में सफलता हासिल कर सकें।

नवगोल्ड किस्म के सरसों की खेती से आप बेहतर पैदावार प्राप्त कर सकते हैं और किसानी में नए तरीकों का प्रयोग कर सकते हैं। यह तरीके और दिशानिर्देश आपके लिए उपयोगी साबित हो सकते हैं और आपकी सरसों की खेती को मजबूती दे सकते हैं। नवगोल्ड किस्म की खेती से आपको बेहतर उत्पादन मिल सकता है, जिससे आपकी किसानी की आय भी बढ़ सकती है।

तालिका: नवगोल्ड किस्म के सरसों की खेती के आवश्यक तत्व

तत्व उपयोग/दिशानिर्देश

तापमान 20-25 डिग्री सेल्सियस

मिट्टी बलूई मिट्टी प्राथमिकता होनी चाहिए

सिंचाई फसल में सिंचाई केवल फूल आने पर होनी चाहिए

खाद और उर्वरक जैविक खाद जैसे गोबर का उपयोग करें

खरपतवार निराई और गुड़ाई की देखभाल करें


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