खेती के लिए अब किसानों को उधार मांगने की जरूरत नहीं, जितनी जरूरत हो उतना पैसा निकलवा सकते हैं बैंक से, बस करें ये जरूरी काम

अब किसानों को बिना किसी गारंटी के 7% ब्याज पर लोन मिलेगा। यह नया प्रस्ताव गोदामों में उनकी उपज के बदले लोन हासिल करने की सुविधा प्रदान करेगा।

खेती के लिए अब किसानों को उधार मांगने की जरूरत नहीं, जितनी जरूरत हो उतना पैसा निकलवा सकते हैं बैंक से, बस करें ये जरूरी काम
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खेती के लिए अब किसानों को उधार मांगने की जरूरत नहीं, जितनी जरूरत हो उतना पैसा निकलवा सकते हैं बैंक से, बस करें ये जरूरी काम

भारतीय कृषि को आधुनिक बनाने के लिए सरकार ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। अब किसानों को बिना किसी गारंटी के 7% ब्याज पर लोन मिलेगा। यह नया प्रस्ताव गोदामों में उनकी उपज के बदले लोन हासिल करने की सुविधा प्रदान करेगा।

e-Kisan Upaj निधि

खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal) ने किसानों (Farmers) को रजिस्टर्ड गोदामों में रखी उनकी उपज के बदले लोन हासिल करने की सुविधा देने के लिए एक डिजिटल प्लेटफॉर्म पेश किया. इस मौके पर उन्होंने कहा कि इससे किसान समुदाय की आय बढ़ाने में मदद मिलेगी और खेती की ओर रुझान बढ़ेगा.

डिजिटल गेटवे के माध्यम से लोन प्राप्ति

ई-किसान उपज निधि के जरिए, किसान अब बैंकों से बिना किसी गारंटी के लोन प्राप्त कर सकेंगे। यह डिजिटल गेटवे उन्हें खाद्य और उपभोक्ता मामलों के मंत्री द्वारा पेश किया गया है।

उच्च ब्याज दर से मुक्ति

बिना किसी गारंटी के 7% ब्याज दर पर लोन प्राप्त करने से, किसानों को उच्च ब्याज दरों का बोझ कम करने में मदद मिलेगी। यह उन्हें अधिक से अधिक लाभ प्राप्त करने का मौका देगा।

किसानों की आय में वृद्धि

इस प्रस्ताव से किसानों की आय में वृद्धि होगी। वह अधिक निवेश करके अपनी खेती को और आधुनिक बना सकेंगे। ई-किसान उपज निधि के साथ, किसान अब अधिक बेहतर बाजार सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं। इससे उन्हें न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर या उससे ज्यादा दाम प्राप्त करने का मौका मिलेगा।

नए तकनीकी उपाय

सरकार द्वारा उपाय किए जाने वाले नए तकनीकी कदम खेती को आधुनिक बनाने में मदद करेंगे। इससे किसानों को अधिक समृद्धि और सुरक्षा मिलेगी। इस तरह, बिना किसी गारंटी के 7% ब्याज पर लोन प्राप्ति का यह नया प्रस्ताव किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है जो उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान करेगा और खेती को आधुनिक बनाने में मदद करेगा।

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