मक्के की फसल में पोषक तत्व प्रबंधन: पूसा संस्थान के सुझाव

मक्के की फसल में पोषक तत्व प्रबंधन: पूसा संस्थान के सुझाव
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खेत खजाना : नई दिल्ली: मक्के की फसल हमारे लिए न केवल खाद्य का स्रोत होती है, बल्कि इसमें पोषक तत्वों की अधिक मात्रा में होने के कारण हमारे स्वास्थ्य के लिए भी बेहद महत्वपूर्ण है। पूसा संस्थान द्वारा प्रस्तुत एक वीडियो एपिसोड में, मक्के की फसल में पोषक तत्व प्रबंधन के महत्वपूर्ण तरीकों को बताया गया है।

मक्के की फसल में पोषक तत्व प्रबंधन

सबसे पहले, जब आपकी मक्के की फसल घुटने तक की ऊचाई पर पहुँचती है, तो आपको हर एकड़ पर एक बैग यूरिया (यूरिया) की दर से देना चाहिए। यह यूरिया पौधों के लिए पोषण तत्वों को अधिक से अधिक पहुँचाता है। फिर, जब आप यूरिया की दूसरी डोज देते हैं, तो आप गुड़ाई (गुड़ाई) भी कर सकते हैं। गुड़ाई को आप यूरिया देने से पहले या उसके बाद भी कर सकते हैं। अगर मक्के की फसल 20-30 दिन की होती है या इससे ज्यादा, तो आप उसमें से खरपतवार निकाल सकते हैं।

रासायनिक उपायों से खरपतवार को करें नष्ट

मक्के की फसल में खरपतवार को नष्ट करने के लिए कुछ रासायनिक उपाय भी हैं। इनमें से प्रमुख हैं, टैंबोट्रिन (लॉरिफ के नाम से भी जाना जाता है)। इसे आप प्रति एकड़ पर 115 मिलीलीटर पानी की दर से छिड़काव कर सकते हैं। इसके साथ ही, एक और उपाय है टोपरामेजोन, जिसे टिंजर के नाम से जाना जाता है। इसे आप 30 मिलीलीटर प्रति 200 लीटर पानी की दर से छिड़काव कर सकते हैं।

जलभराव के क्षेत्रों में मक्के की फसल पर फायदेमंद

जिन क्षेत्रों में जलभराव की समस्या होती है, वहां मक्के की खड़ी फसल में मिट्टी की चलाई जानी चाहिए। इससे आपको कई लाभ होते हैं, जैसे कि जल संरक्षण और जल निकास का काम करना।

मक्के की फसल में फॉल आर्मी वर्म का प्रकोप

वर्तमान में, मक्के की फसल में फॉल आर्मी वर्म का प्रकोप हो रहा है। इसका पहला पता चलाने के लिए आपको अपने खेत में जाकर देखना होगा। बाहर से, आपकी फसल बिल्कुल साफ और अच्छी दिखेगी, लेकिन यह कीड़ा पौधों के केंद्रिक भाग में होता है। यह कीड़ा छोटा होता है और अक्सर हम इसको देखने में बहुत कठिनाई महसूस करते हैं। लेकिन इसका प्रारंभिक अवस्था में नष्ट करना आसान होता है। इसलिए शुरुआत में ही इसको नष्ट कर देना चाहिए। यदि यह कीड़ा ज्यादा पत्तियों को खाने लगता है, तो पत्ती में यह छेद कर देता है।

जैविक नियंत्रण

मक्के की फसल में इस कीट को जैविक तरीके से नष्ट किया जा सकता है। नीम सीड कर्नल एक्सट्रैक्ट (1500 पीपीएम) एक जैविक कीटनाशक होता है और इसका उपयोग 10 मिलीलीटर प्रति लीटर पानी की दर से किया जा सकता है।

रासायनिक कीटनाशक से नियंत्रण

मक्के की फसल में खरपतवार को नष्ट करने के लिए रासायनिक कीटनाशकों का भी उपयोग किया जा सकता है। इसके लिए आप इमामेक्टिन बेन्जोएट (0-4 मिलीलीटर प्रति लीटर पानी) का उपयोग कर सकते हैं, क्लोरनट्रानीलीप्रोल (0-4 एमएल प्रति लीटर पानी) और स्पाइनटोरम कीटनाशक (0-5 मिलीलीटर प्रति लीटर पानी) का उपयोग कर सकते हैं।

आप इन उपायों में से किसी एक कीटनाशक का उपयोग करें, और छिड़काव करने के बाद बदलते रहें। इससे मक्के की फसल को कीटों से सुरक्षित रखने में मदद मिलेगी।

इन सुझावों का पालन करके, किसान मक्के की फसल में पोषक तत्व प्रबंधन को बेहतर तरीके से कर सकते हैं और अच्छी खाद्य उपलब्ध कराने में मदद कर सकते हैं।

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