भारत में खटिया हुई पुरानी, लेकिन विदेश में बिक रही 1 लाख की, घर में है तो संभाल कर रख लीजिए

भारतीय संस्कृति में गांवों की छतों पर खटिया की पहचान होती है। यह खटिया आमतौर पर लकड़ी के रेशों से बनता है और इसका उपयोग सोने और आराम करने के लिए किया जाता है।

भारत में खटिया हुई पुरानी, लेकिन विदेश में बिक रही 1 लाख की, घर में है तो संभाल कर रख लीजिए
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भारत में खटिया हुई पुरानी, लेकिन विदेश में बिक रही 1 लाख की, घर में है तो संभाल कर रख लीजिए

भारतीय संस्कृति में गांवों की छतों पर खटिया की पहचान होती है। यह खटिया आमतौर पर लकड़ी के रेशों से बनता है और इसका उपयोग सोने और आराम करने के लिए किया जाता है। गांवों में यह एक प्रमुख और सस्ता आवश्यकता है, जो लोगों के जीवन की एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।

देसी खटिया: अनमोल मूल्य

भारतीय संस्कृति में खटिया एक अनमोल मूल्य रखता है, जिसे लोग छत पर सोने से लेकर आँगन में बैठने तक के लिए प्रयुक्त करते हैं। गांवों में यह एक सामाजिक समृद्धि का प्रतीक होता है जो सामूहिक आयोजनों और पारंपरिक कार्यों में भी उपयोग होता है।

विदेश में महत्व: अनूठा दृष्टिकोण

दुनियाभर में, भारतीय खटिया की मान्यता बढ़ी है, जो विदेशी बाजारों में भी महत्वपूर्ण बन गई है। यह एक देसी आवश्यकता होने के साथ-साथ विदेशी अंदाज में भी प्राप्त हो सकता है।

खटिया का विदेशी बाजार में महत्व

विदेशों में भारतीय खटिया की मांग बढ़ रही है, जिसका परिणामस्वरूप इसकी मूल्य में वृद्धि हो रही है। एकमात्र देसी वस्त्र नहीं, बल्कि यह भारतीय संस्कृति के महत्वपूर्ण हिस्से का प्रतीक भी है।

विदेशी मार्केट में महत्वपूर्ण भूमिका

विदेशी बाजार में भारतीय खटिया की मान्यता और मानव स्वास्थ्य पर इसके अद्वितीय प्रभाव के कारण, यह विशेष रूप से महत्वपूर्ण हो रहा है। एक अमेरिकी ई कॉमर्स वेबसाइट etsy पर भारतीय खटिया को बेचा जा रहा है. वेबसाइट पर इस खटिया की कीमत एक लाख 12 हजार रखी गई है. इस खटिया को अमेरिका में भारत की माइक्रो स्मॉल एंड मीडियम इंटरप्राइजेज (MSME) नाम की कंपनी बेचती है. हालांकि, इस खटिया में कोई विशेष खासियत है या नहीं ये तो वेबसाइट पर मेंशन नहीं है. लेकिन तस्वीर से ये किसी आम खटिया जैसा ही नजर आ रहा है. ये दिखाता है कि देसी उत्पादों की मान्यता और मानव स्वास्थ्य में विदेशी बाजारों में भी बढ़ती चाह है

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