लोगों ने कहा पपीता की खेती मत करो, लेकिन मनिंदर ने 2 एकड़ में पपीता की खेती से किया 55 क्विंटल पपीता का उत्पादन, एक झटके में कमा लिए 3 लाख रूपये
किसान मनिंदर का कहना है कि कि पपीता की खेती में लागत बहुत ही कम है और गोबर की खाद से ही भरपूर उत्पादन हो सकता है।
लोगों ने कहा पपीता की खेती मत करो, लेकिन मनिंदर ने 2 एकड़ में पपीता की खेती से किया 55 क्विंटल पपीता का उत्पादन, एक झटके में कमा लिए 3 लाख रूपये
बिहार के पश्चिम चम्पारण जिले के रहने वाले मनिंदर कुशवाहा ने पपीता की खेती से सिर्फ दो एकड़ में पहले सीजन में 55 क्विंटल पिता का उत्पादन करके दिखाया है और आज वह एक सफल पपीता किसान बन चुके हैं। उनकी हिम्मत और कड़ी मेहनत का नतीजा है कि उन्होंने सिर्फ एक सीजन में 3 लाख की कमाई कर ली है
पपीता की खेती का आइडिया
मनिंदर कुशवाहा को पपीता की खेती का आइडिया उद्यान विभाग की सहायता से मिला। पहले वे केला की खेती कर रहे थे, लेकिन उन्होंने देखा कि पपीता भी मोटा मुनाफा दे सकता है। उन्होंने उद्यान विभाग से पपीता के पौधे लेकर खेती की शुरुआत की और यह निर्णय उनके लिए सफल साबित हुआ।
सफलता की दास्तान
मनिंदर ने अब तक 3 लाख रुपये की पपीता बिक्री कर ली है, और उनके खेतों में अभी भी बहुत सारे पौधे हैं। उनका कहना है कि पड़ोसी किसानों व अन्य ग्रामीणों ने मुझे पपीता की खेती करने से बहुत मना किया और कहा की पपीता की खेती में मुनाफा नहीं है लेकिन फिर भी मेने यहां रिस्क उठाया और करीब दो एकड़ में 1000 पपीता के पौधे लगाए किसान मनिंदर का कहना है कि कि पपीता की खेती में लागत बहुत ही कम है और गोबर की खाद से ही भरपूर उत्पादन हो सकता है। इससे न केवल उन्होंने अच्छा मुनाफा कमाया है, बल्कि उनका दावा है कि पपीता की खेती केला से भी ज्यादा फायदेमंद है।
खेती में उपयुक्त सुझाव
मनिंदर का सुझाव है कि अगर किसानों को भी इस तरह की खेती में रुचि है, तो वे भी पपीता की खेती का मुआवजा उठा सकते हैं। उन्होंने बताया कि सही तकनीक, बीजों का चयन, और उपयुक्त खाद का प्रयोग करने से पपीता की खेती में और भी बेहतर परिणाम मिल सकते हैं।