अनार Pomegranate की खेती: अनार की खेती कैसे करें, अनार की खेती से लाखो की कमाई

यहां अनार Pomegranate Plant की खेती के लिए कुछ महत्वपूर्ण जानकारी दी गई है:

अनार Pomegranate  की खेती: अनार की खेती कैसे करें, अनार की खेती से लाखो की कमाई
X

अनार की खेती Pomegranate करके आप एक मुनाफावसूल व्यवसाय शुरू कर सकते हैं। अनार एक महत्वपूर्ण फल है जो स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक होता है और इसका आपार संभावित बाजार है। यदि आपको अनार की खेती करने का इच्छुकता है, तो आपको इसकी उन्नत किस्मों के बारे में जानना चाहिए, अनुकूल मिट्टी, जलवायु, और तापमान की आवश्यकता होती है। इसके साथ ही आपको सही समय पर पौधों को लगाने, सिंचाई करने और पोषण करने के बारे में भी जानना आवश्यक होगा।

यहां अनार Pomegranate Plant की खेती के लिए कुछ महत्वपूर्ण जानकारी दी गई है:

अनार की उन्नत किस्में:Pomegranate Plant

अनार की उन्नत किस्में किसानों को अधिक उत्पादन और उच्च गुणवत्ता के फल प्रदान करती हैं। कुछ प्रमुख उन्नत किस्में निम्नलिखित हैं:

गणेश: यह किस्म 160 दिनों में तैयार होती है और महाराष्ट्र में उत्पादित की जाती है। इसके फल गुलाबी-पीले रंग के होते हैं और रसदार और मुलायम होते हैं।

फूले अरक्ता: यह किस्म अधिक उत्पादन और बड़े फलों के लिए जानी जाती है। इसके फलों का रंग गहरा लाल होता है और उनका आकार भी बड़ा होता है।

मृदुला: यह किस्म रसदार फलों के लिए प्रसिद्ध है। इसके फलों का रंग गहरा लाल होता है और उनके छिलके का रंग गुलाबी होता है।

ज्योति: यह किस्म चमकीले लाल रंग के फलों के लिए प्रसिद्ध है। इसके फलों का आकार सामान्य से थोड़ा बड़ा होता है।

बेदान: यह किस्म शुष्क जलवायु में उत्पादित की जाती है और इसके फल रसीले होते हैं।

अनार Pomegranate Plant की खेती का सही समय और तरीका:

अनार की खेती के लिए सही समय और तरीका बहुत महत्वपूर्ण हैं। इसके लिए आपको पौधों की रोपाई करने का सही समय और गूटी बांधने की विधि को जानना आवश्यक होगा। गूटी बांधने और ग्राफ्टिंग करने के लिए बारिश के मौसम को अधिक उपयुक्त माना जाता है। इसके लिए पॉलीथिन की मदद से गड्डों को तैयार करके पौधे को लगाया जाता है।

अनार की पौधों को खेत में लगाने के बाद उन्हें नियमित रूप से सिंचाई देने की आवश्यकता होती है। बारिश के मौसम में रोपाई की गई होने पर पहली सिंचाई को 4-5 दिनों के अंतराल पर करना चाहिए। इसके अलावा, अनार के पौधों को 10-15 दिनों के अंतराल पर पानी देना चाहिए।

इस प्रकार, आप अनार की खेती कर सकते हैं और इससे लाभ कमा सकते हैं। यह एक उम्दा व्यवसायिक अवसर है जिसमें आपको सही तरीके से पौधों को लगाने, सिंचाई करने, और देखभाल करने की जरूरत होती है। इसे ध्यान में रखते हुए, आप अनार की खेती से सफलता प्राप्त कर सकते हैं।

अनार के पौधों में लगने वाले रोग एवं उनकी रोकथाम (Pomegranate Plant Diseases and Prevention)

फल धब्बा

इस किस्म का रोग अनार के फलो पर आक्रमण करता है | यह रोग अनार के फलो पर सरकोस्पोरा एसपी. नामक फफूंद के रूप में आक्रमण करता है | इस रोग से प्रभावित अनार के फलो पर छोटे-छोटे काले रंग के धब्बे दिखाई देने लगते है | रोग का प्रकोप अधिक बढ़ने पर धब्बो का आकार भी बढ़ने लगता है | इस रोग से बचाव के लिए अनार के पौधों पर हेक्साकोनाजोल, मैन्कोजेब या क्लोरोथॅलोनील की उचित मात्रा का छिड़काव किया जाता है |

अनार की तितली

इस किस्म का रोग पैदावार को अधिक प्रभावित करता है, इस रोग से प्रभावित फसल से 30% तक पैदावार कम प्राप्त होती है | यह कीट रोग फलो पर अपना लार्वा छोड़ कर उन्हें हानि पहुँचाता है | इस रोग के लग जाने से फल कम समय में ही पूरी तरह से नष्ट हो जाता है | इस रोग से बचाव के लिए अनार के पौधों पर इन्डोक्साकार्ब, स्पाइनोसेडकी या ट्रायजोफास की उचित मात्रा का छिड़काव करना होता है |

माहू

इस किस्म का रोग पौधों पर आक्रमण कर उन्हें हानि पहुँचाता है | यह कीट रोग पौधों के नाजुक अंगो पर आक्रमण कर उनका रस चूस लेता है | इस रोग से प्रभावित पौधों की पत्तियों का रंग काला पड़ जाता है, तथा कुछ समय पश्चात् ही पत्ती पूरी तरह से नष्ट होकर गिर जाती है | इसके साथ की पौधा विकास करना बंद कर देता है | अनार के पौधों को इस रोग से बचाने के लिए प्रोफेनोफॉस या डायमिथोएट की उचित मात्रा का छिड़काव किया जाता है | इसके अतिरिक्त यदि रोग का प्रकोप अधिक बढ़ जाता है, तो इमिडाक्लोप्रिड की उचित मात्रा का छिड़काव पौधों पर करे |

अनार के फलो की तुड़ाई, पैदावार और कमाई (Pomegranate Fruit Harvesting yield and Benefits)

अनार की उन्नत किस्में 120 से 130 दिन पश्चात् पैदावार देना आरम्भ कर देती है | जब इसके फलो का रंग ऊपर से पीलापन लिए हुए लाल रंग का हो जाये, उस दौरान इसके फलो की तुड़ाई कर ली जाती है |

अनार के एक पेड़ से लगभग 15 से 20 KG की पैदावार प्राप्त हो जाती है | एक हेक्टेयर के खेत में तक़रीबन 600 से अधिक पेड़ो को लगाया जा सकता है | अनार के एक हेक्टेयर के खेत से 90 से 120 क्विंटल की पैदावार प्राप्त हो जाती है, जिससे किसान भाई अनार की एक बार की फसल से 5 से 6 लाख तक की कमाई आसानी से कर सकते है |

Tags:
Next Story
Share it