ग्वार की फसल में बारिश बनी आफत तो कपास में उखेड़ा रोग बना सिरदर्द

ग्वार की हरि फसल उखाड़कर धान की तैयारी में जुटे किसान

ग्वार की फसल में बारिश बनी आफत तो कपास में उखेड़ा रोग बना सिरदर्द
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ग्वार की फसल में बारिश बनी आफत तो कपास में उखेड़ा रोग बना सिरदर्द

खेत खजाना : सिरसा । जिस तरह से हरियाणा-पंजाब में अधिक बारिश व बाढ ने किसानों को मुश्किलों में डाल दिया है। ठीक उसी तरह चौपटा क्षेत्र के नहरी क्षेत्र में अधिक बारिश होने की वजह ग्वार की फसल किसानों को चिंता में डाल दिया है। ऐसे में चौपटा के किसान ग्वार की हरी फसल को ट्रैक्टर से जोतकर धान की तैयारी में जुट गए है।

इसकी जानकारी देते हुए रुपाणा खुर्द के किसान कृष्ण पुत्र देशराज ने बताया कि उन्होंने अपने खेत में ग्वार की बुआई की थी। ग्वार अंकुरित होने के बाद बारिश आ गई जिसकी वजह से फसल खराब हो गई थी। लेकिन फिर से उन्होने ग्वार की बिजाई कर दी। दो बार बिजाई करने के बाद फिर से बारिश का कहर टुट पड़ा।

जिससे निराश हो खेत में खड़ी ग्वार की फसल को उखाड़ कर धान की रोपाई करने का मन बनाया है। इसके साथ लगते ही किसान संदीप ने बताया कि उन्होने कपास की खेती की हुई एक तरफ धान लगने से कपास की फसल में नमी रहेगी दूसरा समय से पहले की कपास की फसल में उखेड़ा, गुलाबी सुंडी, सफेद मक्खी व पत्ते काले होकर झड़ रहें है।

उन्होने बताया कि रूपाणा खर्द में सैंकड़ो किसानों ने मजबूरन परेशान होकर ग्वार व कपास की फसल पर ट्रैक्टर चलाया है। उन्होने बताया कि किसान को सिर्फ धान की फसल पर आस है, नई उम्मीद के साथ धान रोपाई का मन बनाया हैं। इसके साथ ही रूपाणा खुर्द के किसानों ने सरकार व प्रशासन से बारिश व रोग से प्रभावित हुई फसलों का मुआवजा देने की मांग की हैं।

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