राजस्थान सरकार दे रही किसानों को रोजगार का एक और अवसर, इस जिले में सालाना हो रहा 6 टन शहर का उत्पादन

उप निदेशक उद्यान आनंदीलाल मीणा के अनुसार, कोटा जिले में लगभग 100 किसान मधुमक्खी पालन कर रहे हैं और हर साल 6 टन शहद का उत्पादन हो रहा है।

राजस्थान सरकार दे रही किसानों को रोजगार का एक और अवसर, इस जिले में सालाना हो रहा 6 टन शहर का उत्पादन
X

राजस्थान सरकार दे रही किसानों को रोजगार का एक और अवसर, इस जिले में सालाना हो रहा 6 टन शहर का उत्पादन

राजस्थान में मधुमक्खी पालन के क्षेत्र में बड़ी बढ़ोतरी हो रही है और इससे किसानों को नए रोजगार के अवसर मिल रहे हैं। इसके माध्यम से किसान सिर्फ शहद उत्पादन में वृद्धि कर रहे हैं, बल्कि बेरोजगार युवाओं को भी लाभ मिल रहा है।

मधुमक्खी पालन

मधुमक्खी पालन, जो प्राचीन समय से ही शहद का स्रोत रहा है, अब एक बड़े उद्योग के रूप में उभरा है। राजस्थान के किसानों के लिए यह एक नया विकल्प बन रहा है जिससे वे अधिक मुनाफा कमा सकते हैं।

राजस्थान में मधुमक्खी पालन

कृषि अनुसंधान केन्द्र की मदद से कोटा जिले में मधुमक्खी पालन के प्रति रुझान बढ़ रहा है। इसके परिणामस्वरूप, जिले में हर साल 6 टन शहद का उत्पादन हो रहा है, जिससे किसानों को नए आय का स्रोत मिल रहा है।

मधुमक्खी पालकों की कॉलोनियां

सर्दी के मौसम के आते ही, क्षेत्र में मधुमक्खी पालकों ने जिले में विभिन्न स्थानों पर डेरा जमाना शुरू कर दिया है। यहां खेतों और सड़कों के किनारे में मधुमक्खियों की कॉलोनियां बढ़ रही हैं, जिससे नौकरी की संभावनाएं बढ़ रही हैं।

प्रोसेसिंग यूनिट और प्रशिक्षण

कृषि महाविद्यालय उम्मेदगंज में शहद की प्रोसेसिंग यूनिट की स्थापना से किसानों को और भी फायदा हो रहा है। किसान यहां प्रशिक्षण लेकर स्वयं की प्रोसेसिंग यूनिट स्थापित कर रहे हैं, जिससे उन्हें अधिक मुनाफा हो रहा है।

अभी तक का नतीजा

उप निदेशक उद्यान आनंदीलाल मीणा के अनुसार, कोटा जिले में लगभग 100 किसान मधुमक्खी पालन कर रहे हैं और हर साल 6 टन शहद का उत्पादन हो रहा है। मुनाफा बढ़ने से किसानों का रुझान इस क्षेत्र में बढ़ रहा है।

Tags:
Next Story
Share it