लाल बंदगोभी की खेती 15 दिन तैयार हो देगी आपको जोरदार मुनाफा, हो जाओगे मालामाल

भारत में हरी बंदगोभी के बाद लाल बंदगोभी की मांग बढ़ रही है। यह इसलिए हो रहा है क्योंकि लोगों के खान-पान की आदतें बदल गई हैं।

लाल बंदगोभी की खेती 15 दिन तैयार हो देगी आपको जोरदार मुनाफा, हो जाओगे मालामाल
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भारत में हरी बंदगोभी के बाद लाल बंदगोभी की मांग बढ़ रही है। यह इसलिए हो रहा है क्योंकि लोगों के खान-पान की आदतें बदल गई हैं। लोग अब अपने आहार में पोषण से भरपूर फल और सब्जियों को शामिल करने लगे हैं, जिससे सब्जियों की मांग बढ़ रही है। इससे किसानों के लिए एक अवसर बनकर आया है, जो बाजार की मांग के अनुसार खेती कर मुनाफा कमा रहे हैं।

लाल बंदगोभी भी इसी श्रेणी की सब्जी है, जिसकी मांग हाल के दिनों में काफी बढ़ रही है। इसकी खेती का तरीका हरी बंदगोभी के जैसा ही होता है, लेकिन इसकी कीमत कुछ अधिक होती है। आइए जानते हैं कि लाल बंदगोभी की खेती कैसे आपको बंपर कमाई दिला सकती है।

लाल बंदगोभी न केवल रंग में ही हरी बंदगोभी से अलग होती है, बल्कि पोषक तत्वों में भी। इसमें भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट, कैल्शियम और आयरन होता है, जो स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं। इसमें थायमिन, फोलेट, कैल्शियम, मैग्नीशियम, आयरन, विटामिन सी, ए, ई, और फाइबर भी पाए जाते हैं।

लाल बंदगोभी की फसल 12-15 हफ्तों में हो जाती है। इसकी गांठें सख्त होने और रंग और सुगंध विकसित होने पर ही इसे काटा जाता है। इसकी बुआई से फसल काटने तक 12-15 सप्ताह लगते हैं और एक पौधे से लगभग 500-1000 ग्राम उपज होती है।

लाल बंदगोभी को उचित सिंचाई और खाद की जरूरत होती है। सिंचाई के लिए हल्की नमी बनाए रखना चाहिए ताकि मिट्टी में नमी बरकरार रहे। फसल पूर्ण विकसित होने पर ही इसे काटना चाहिए। उर्वरक के रूप में, किसान जुताई के बाद प्रति हेक्टेयर 10-12 टन सड़ा हुआ गोबर डाल सकते हैं, फिर 60 किलोग्राम नाइट्रोजन, 40 किलोग्राम फास्फोरस, और 40 किलोग्राम पोटाश प्रति हेक्टेयर देना चाहिए।

लाल बंदगोभी में पाए जाने वाले पोषक तत्व और विटामिन मुख्य रूप से फाइटोकेमिकल्स, एंटीऑक्सीडेंट, पोषक तत्व, और विटामिन होते हैं। इसमें थायमिन, राइबोफ्लेविन, कैल्शियम, मैंगनीज, मैग्नीशियम, लोहा, पोटेशियम, विटामिन सी, विटामिन ए, विटामिन ई, विटामिन क, आहार फाइबर, और बी विटामिन शामिल होते हैं।

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