उत्तर प्रदेश में रिन्यूएबल एनर्जी: 40 लाख करोड़ के निवेश के साथ 125 प्रोजेक्ट्स को मिलेगा हरित ऊर्जा का हब बनने का मौका

उत्तर प्रदेश में रिन्यूएबल एनर्जी: 40 लाख करोड़ के निवेश के साथ 125 प्रोजेक्ट्स को मिलेगा हरित ऊर्जा का हब बनने का मौका
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उत्तर प्रदेश में रिन्यूएबल एनर्जी: 40 लाख करोड़ के निवेश के साथ 125 प्रोजेक्ट्स को मिलेगा हरित ऊर्जा का हब बनने का मौका

खेत खजाना : उत्तर प्रदेश ने रिन्यूएबल एनर्जी में एक बड़ा कदम उठाते हुए 40 लाख करोड़ के बजट के साथ 125 प्रोजेक्ट्स की शुरुआत की है। इनमें से कुछ बड़े परियोजनाएं पूर्वांचल और बुंदेलखंड के जिलों में स्थापित होने जा रही हैं, जो इस क्षेत्र को हरित ऊर्जा का हब बना सकती हैं। इसमें 35 हजार करोड़ से अधिक के चार बड़े परियोजनाएं शामिल हैं और ये प्रदेश को विभिन्न औद्योगिक समूहों की ओर से मिले निवेश प्रस्तावों को धरातल पर उतारने की तैयारियों में हैं।

अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में बड़ा निवेश:

इस पहले चरण में, अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में 125 परियोजनाएं होंगी, जिनमें ग्रीनको, टस्को, बीएसइएल, और एसीएमई क्लीनटेक जैसी बड़ी कंपनियां निवेश करेंगी। इनमें ग्रीनको ग्रुप की ओर से 17 हजार करोड़ की आफ स्ट्रीम क्लोज लूप पंप स्टोरेज परियोजना सोनभद्र में शामिल है, जिससे 3660 मेगावाट बिजली का उत्पादन होगा। इसके अलावा, टस्को ने ललितपुर में एक हजार मेगावाट की माताटीला फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट के लिए 6500 करोड़ का निवेश किया है। बुंदेलखंड सौर ऊर्जा लिमिटेड की ओर से 1200 मेगावाट का सोलर पावर पार्क जालौन में स्थापित किया जाएगा, जिसकी लागत भी छह हजार करोड़ की है। एसीएमई क्लीनटेक साल्यूशंस प्रालि ने प्रयागराज और मीरजापुर में 1250 मेगावाट की दो आफ स्ट्रीम क्लोज लूप पंप स्टोरेज परियोजनाएं के लिए छह हजार करोड़ का निवेश किया है।

बड़ा निवेश के साथ उत्तर प्रदेश के विकास में तेजी:

यूपीसीडा, नोएडा, उच्च शिक्षा, आईटी एवं इलेक्ट्रानिक्स, आवास एवं शहरी नियोजन, फूड प्रोसेसिंग, ऊर्जा सेक्टर, एमएसएमइ, और ग्रेटर नोएडा जैसे क्षेत्रों में भी बड़ा निवेश हो रहा है। इन क्षेत्रों में 40 लाख करोड़ के निवेश के साथ कई परियोजनाएं तैयार हैं, जिनमें यूपीसीडा में 1,00,218 करोड़ की 1081 परियोजनाएं, नोएडा में 56,679 करोड़ की 131 परियोजनाएं, उच्च शिक्षा में 51,036 करोड़ की 27 परियोजनाएं, आईटी एवं इलेक्ट्रानिक्स में 49,337 करोड़ की 46 परियोजनाएं, आवास एवं शहरी नियोजन में 46,077 करोड़ की 688 परियोजनाएं, फूड प्रोसेसिंग में 42,280 करोड़ की 843 परियोजनाएं, ऊर्जा सेक्टर में 39,797 करोड़ की छह परियोजनाएं, एमएसएमइ में 38,157 करोड़ की 2390 परियोजनाएं, और ग्रेटर नोएडा में 36,534 करोड़ की 119 परियोजनाएं शामिल हैं।

इस बड़े निवेश के साथ, उत्तर प्रदेश को रिन्यूएबल एनर्जी में एक महत्वपूर्ण हब बनाने का अवसर मिला है। यह प्रोजेक्ट्स न केवल ऊर्जा संबंधित समस्याओं को हल करेंगे, बल्कि प्रदेश के विकास में भी एक बड़ी भूमिका निभाएंगे। इस साथ-साथ, ये परियोजनाएं रोजगार सृष्टि करेंगी और पर्यावरण को भी सुरक्षित रखने में मदद करेंगी।

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