सरसों के भाव में वृद्धि धीमी क्यों: जाने कारण और आगे की संभावनाएं

हाल की रिपोर्ट में दर्शाया गया है कि विदेशी बाजारों में तेल तिलहन के भाव में मजबूती देखी जा रही है, जिसके परिणामस्वरूप घरेलू बाजारों में भी सरसों के भाव में वृद्धि हुई है।

सरसों के भाव में वृद्धि धीमी क्यों: जाने कारण और आगे की संभावनाएं
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सरसों बाजार में वृद्धि का कारण

हाल की रिपोर्ट में दर्शाया गया है कि विदेशी बाजारों में तेल तिलहन के भाव में मजबूती देखी जा रही है, जिसके परिणामस्वरूप घरेलू बाजारों में भी सरसों के भाव में वृद्धि हुई है।यह तो अच्छी खबर है कि सरसों के भाव में मद्यस्थता आ रही है। इसके बावजूद, भारतीय बाजार में विदेशी बाजारों की तेजी को पूरी तरह से फॉलो नहीं किया जा पा रहा है।

विदेशी तेलों में मजबूती के चलते और तेल मिलों की मांग के कारण, जयपुर में कंडीशन सरसों के भाव में 25 रुपये का उछाल देखा गया है। जयपुर में कंडीशन 42 सरसों का भाव 5350 रुपये प्रति क्विंटल दर्ज किया गया है। इसके अलावा लारेंस रोड पर भी सरसों के भाव 100 रुपए बढ़कर 5100 / 5150 रुपए प्रति क्विंटल हो गए हैं। नजफगढ़ में सरसों के भाव लूज 4700/ 4800 रुपए प्रति क्विंटल बोले गए हैं। भरतपुर मंडी में सरसों का भाव भी स्थिर है और 5050 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच गया है। इसके अलावा अन्य मंडियों में भी सरसों में सुधार का दृश्य मिल रहा है।

प्लांटों पर भाव

आपकी जानकारी के लिए, सलोनी प्लान्ट पर सरसों के भाव में 50 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी देखी जा रही है और भाव 5800 रुपये प्रति क्विंटल हो गए हैं। आगरा में BP और शारदा मिल पर भी 50 रुपये की तेजी के बाद भाव 5550 रुपये प्रति क्विंटल हो गए हैं। अडानी बूंदी और अलवर प्लान्ट पर सरसों का भाव 5325 रुपये प्रति क्विंटल दर्ज किया गया है।

सरसों में आगे की संभावनाएं

विदेशी बाजारों की गतिशीलता और घरेलू बाजार में सरसों की उपलब्धता के मद्देनजर, सरसों के भाव में थोड़ी बहुत तेजी और आगे की संभावनाएं हैं। हालांकि, बड़ी तेजी की उम्मीद कम है। देश की विभिन्न मंडियों में सरसों की आवक लगभग 4.25 लाख बोरी रही है। सप्लाई और मांग के दृष्टिकोण से, और इसमें और गिरावट की संभावना कम है।

इस बाजार अपडेट के अनुसार, सरसों के भाव विदेशी बाजारों की मजबूती और तेल मिलों की मांग के कारण बढ़ रहे हैं। विदेशी तेलों में मजबूती के साथ-साथ घरेलू बाजार में भी सरसों के भाव में वृद्धि हो रही है। हालांकि, सरसों की गति धीमी है। महीने भर में सरसों के भाव में 25 रुपये प्रतिदिन की वृद्धि देखी जा रही है। इससे अगर हम जून महीने के ट्रेंड को देखें, तो 1 जून 2023 को जयपुर में कंडीशन 42 सरसों का भाव 5100 रुपये प्रति क्विंटल था, जो कि आज 25 जून को 5350 रुपये तक पहुंच गया है। इसी तरह, महीने के दौरान सरसों में 5% की वृद्धि हुई है। साथ ही, जून महीने में CBOT पर सोया तेल में 25% की वृद्धि भी देखी जा रही है।

यह बात अच्छी तरह से साबित करती है कि भारतीय बाजार विदेशी बाजारों को अनुसरण कर रहा है, लेकिन कुछ घरेलू तत्वों के कारण भारत में उसी संवेदनशीलता को प्राप्त नहीं कर पा रहा है। इसलिए, आगे भी सरसों के भाव में थोड़ी वृद्धि की संभावना है, लेकिन यह संभव है कि यह बहुत तेजी से नहीं होगी।

यदि आपके पास संबंधित बाजार या वित्तीय विषयों से जुड़े अधिक जानकारी की आवश्यकता हो, तो अपने स्थानीय वित्तीय सलाहकार या बाजार विश्लेषक से संपर्क करना उचित होगा।

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