किसानों के लिए मौसमी सलाह: सरसों, मटर, धान, और सब्जियों की खेती के लिए वैज्ञानिक सुझाव

कृषि, हमारे देश के आर्थिक विकास का मूल है, और इसलिए हमें खेती के क्षेत्र में वैज्ञानिक सलाह का सही उपयोग करना अत्यंत महत्वपूर्ण है।

किसानों के लिए मौसमी सलाह: सरसों, मटर, धान, और सब्जियों की खेती के लिए वैज्ञानिक सुझाव
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मौसम के साथ खेती की तैयारी में नई दिशाएँ

कृषि, हमारे देश के आर्थिक विकास का मूल है, और इसलिए हमें खेती के क्षेत्र में वैज्ञानिक सलाह का सही उपयोग करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। पूसा के कृषि वैज्ञानिकों द्वारा नई सलाह जारी की गई है, ताकि किसान अपनी खेती को वैज्ञानिक तरीके से कर सकें। इस सलाह के साथ, सरसों, मटर, धान, और सब्जियों की खेती को और भी उत्तराधिकारी बनाने के लिए कुछ महत्वपूर्ण सुझाव दिए गए हैं:

1. सरसों की खेती:

उन्नत किस्मों का चयन करें, जैसे कि पूसा सरसों-25, पूसा सरसों-26, और अन्य।

बीज की व्यवस्था करें और खेत को तैयार करें।

2. मटर की खेती:

पूसा प्रगति और पूसा श्री जैसी उन्नत किस्मों का उपयोग करें।

बीजों को कवकनाशी केप्टान या थायरम से उपचार करें।

3. गाजर की खेती:

बुवाई मेड़ों पर करें, बीज की दर को ध्यान में रखते हुए।

बीज की बचत के लिए मशीनों का उपयोग करें, जो बीज की गुणवत्ता को बनाए रखने में मदद करें।

4. सब्जियों की निगरानी:

दीमक के प्रकोप के लिए खेतों की निगरानी करें और आवश्यक होने पर क्लोरपाइरीफांस का उपयोग करें।

सफेद मक्खी या चूसक कीटों का प्रकोप दिखाई देता है, तो इमिडाक्लोप्रिड दवाई का उपयोग करें।

5. धान की निगरानी:

ब्लास्ट रोग की निगरानी हर 2-3 दिन में करें और आवश्यक होने पर उपचार करें।

आभासी कंड (False Smut) आने की संभावना होने पर उपचार के लिए ब्लाइटोक्स 50 का उपयोग करें।

6. धान की निगरानी (खेती मशीनों के साथ):

ब्राउन प्लांट होपर का आक्रमण नहीं होने दें, पौधों के निचले भाग की जांच करें और आवश्यकता पर इमिडाक्लोप्रिड़ का उपयोग करें।

याद रखें, सफल खेती के लिए नियमित निगरानी और वैज्ञानिक सलाह का महत्वपूर्ण हिस्सा है। इन सलाहों का पालन करके, किसान अधिक उत्तराधिकारी खेती कर सकते हैं और अधिक उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं।

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