27 दिन बाद फिर से टूटी शेरांवाली नहर, किसानों ने बताया अधिकारियों की लापरवाही से नहर टूटने का कारण

27 दिन बाद फिर से टूटी शेरांवाली नहर, किसानों ने बताया अधिकारियों की लापरवाही से नहर टूटने का कारण
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27 दिन बाद फिर से टूटी शेरांवाली नहर, किसानों ने बताया अधिकारियों की लापरवाही से नहर टूटने का कारण

नहर टूटने से फसलों को हुआ नुकसान

खेत खजाना, चौपटा - नाथूसरी चौपटा क्षेत्र से होकर गुजरने वाली शेरांवाली नहर 27 दिन के बाद फिर से टूट गई है। इस बार गांव रूपाना खुर्द के समीप बर्जी नंबर 43200 के पास टूटी है। नहर में करीब 200 फुट का कटाव हो चुका है। इससे किसानों की फसलों में जलभराव हो गया है। किसानों ने नहर टूटने का कारण सिंचाई विभाग के अधिकारियों की लापरवाही बताया है। बता दें कि एक अगस्त को गांव दड़बा कलां के समीप नहर टूटी गई थी। इससे किसानों की फसल डूबी गई थी। रात्रि के समय टूटी नहर

शेरांवाली नहर गांव रूपाना खुर्द के पास रविवार रात्रि को करीब 9 बजे टूट गई। नहर टूटने की सूचना किसानों ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को दी। सूचना मिलने के बाद सिंचाई विभाग द्वारा नहराना हेड से नहर को बंद करवाया गया। नहर टूटने पर गांव दडबा कलां, रूपाना खुर्द व रंधावा के किसान नहर पर पहुंचे। किसानों ने कहा कि हर बार सिंचाई विभाग के अधिकारियों की लापरवाही से नहर टूट रही है। किसानों की पानी के अभाव में पहले से ही फसलें खराब हो रही है। नहरों से किसानों को पहले भी पर्याप्त पानी नहीं दिया जा रहा है। नहर टूटने पर गांव दड़बा कलां की शिव मंदिर धर्मशाला में दड़बा कलां, कैंरावाली, चाडीवाल के ग्रामीण एकत्रित हुए। ग्रामीणों ने सिंचाई विभाग के खिलाफ रोष व्यक्तकिया। ग्रामीणों ने इसके बाद सिंचाई विभाग के अधिकारियों से मिलने का फैसला लिया। ग्रामीणों ने अधिकारियों को जल्द से जल्द नहर में आए कटाव को बंद करने का अनुरोध किया। इस पर सिंचाई विभाग के आला अधिकारियों ने नहर को जल्द से जल्द ठीक करने का आश्वासन दिया।

सिंचाई विभाग के कनिष्ठ अभियंता राहुल ने बताया कि रात्रि 9 बजे टूट गई। नहर में 200 फुट कटाव हुआ है। उसे ठीक करने का कार्य शुरू कर दिया गया है।

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