Success Story: शिमला मिर्च की खेती से बने करोड़पति, दो दोस्तों की कामयाबी की कहानी शिमला मिर्च की खेती कैसे करें?

Success Story: शिमला मिर्च की खेती से बने करोड़पति, दो दोस्तों की कामयाबी की कहानी शिमला मिर्च की खेती कैसे करें?
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Success Story: शिमला मिर्च की खेती से बने करोड़पति, दो दोस्तों की कामयाबी की कहानी शिमला मिर्च की खेती कैसे करें?

खेत खजाना, Success Story: शिमला मिर्च एक ऐसी सब्जी है, जो भारत में हर घर में खाई जाती है। इसके अलावा, इसमें विटामिन और पोषक तत्व भरपूर मात्रा में होते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं, कि शिमला मिर्च की खेती से आप भी लाखों रुपए कमा सकते हैं? हां, यह सच है। छत्तीसगढ़ के दो युवा किसानों ने शिमला मिर्च की खेती से अपनी जिंदगी बदल दी है। इन्होंने एक साल में 50 लाख से ज्यादा की कमाई की है, और अब वे अपनी नौकरी छोड़ने की तैयारी कर रहे हैं। आइए जानते हैं, इन दो दोस्तों की कामयाबी की कहानी, और शिमला मिर्च की खेती का तरीका।

शिमला मिर्च की खेती के लिए उपयुक्त मिट्टी, जलवायु और तापमान

शिमला मिर्च की खेती के लिए चिकनी दोमट मिट्टी की आवश्यकता होती है, जिसमें जल निकासी अच्छी हो। इसके लिए भूमि का pH मान 6 से 7 के बीच होना चाहिए। शिमला मिर्च की खेती के लिए नर्म और आद्र जलवायु की आवश्यकता होती है, क्योंकि इसके पौधे अधिक गर्मी और अधिक सर्दी को सहन नहीं कर पाते हैं। इसके लिए तापमान 10 से 40 डिग्री सेल्सियस के बीच होना चाहिए।

शिमला मिर्च की उन्नत किस्में और बुवाई का समय

शिमला मिर्च की खेती में उन्नत किस्मों का उपयोग करने से अधिक उत्पादन और बेहतर गुणवत्ता मिलती है। इसके लिए कुछ प्रमुख किस्में हैं, जैसे कैलिफोर्निया वंडर, येलो वंडर, सोलन हाइब्रिड-1 और 2, सोलन भरपूर, पूसा दीप्ति, अर्का बसंत, अर्का गोरव, अर्का मोहिनी, इन्द्रा, बाम्बे लारियों, आशा, ओरोबेली, हीरा आदि। इनमें से कुछ किस्में लाल, पीले, हरे और गुलाबी रंग के फल देती हैं, जो बाजार में अधिक मांग रखते हैं।

शिमला मिर्च की खेती साल में तीन बार की जा सकती है। इसके लिए बीज की पहली बुवाई जून-जुलाई में करनी चाहिए, और 25 से 30 दिनों बाद पौधों की रोपाई करनी चाहिए। बीज की दूसरी बुवाई अगस्त-सितम्बर में करनी चाहिए, और 25 से 30 दिनों बाद खेत में पौधों की रोपाई करनी चाहिए। बीज की तीसरी बुवाई नवंबर-दिसम्बर में करनी चाहिए, और 25 से 30 दिनों बाद खेत में पौधों की रोपाई करनी चाहिए।

शिमला मिर्च की खेती में सिंचाई, उर्वरक, रोग-कीट और कटाई

शिमला मिर्च की खेती में सिंचाई का महत्वपूर्ण योगदान होता है। इसके लिए पौधों की रोपाई के बाद पहली सिंचाई करनी चाहिए, और फिर हर 10 से 15 दिनों में सिंचाई करते रहनी चाहिए।

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