Success Story : बिल्कुल गरीब परिवार, 11 बार मिली विफलता, अब रेलवे में है इस पद की अधिकारी

Success Story : बिल्कुल गरीब परिवार, 11 बार मिली विफलता, अब रेलवे में है इस पद की अधिकारी
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Success Story : बिल्कुल गरीब परिवार, 11 बार मिली विफलता, अब रेलवे में है इस पद की अधिकारी

खेत खजाना : आपने कभी सोचा है कि गांव की एक साधारण बहू कैसे सचिवालय की एक अफसर बन सकती है? आपने कभी सोचा है कि एक ऐसी महिला को कितनी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है, जो अपने सपनों को पूरा करने के लिए अपने परिवार, समाज और दुनिया के दबाव को पार करती है? आज हम आपको ऐसी ही एक सफलता की कहानी बताने जा रहे हैं, जिसमें सरिता कुमारी ने अपनी मेहनत और संघर्ष से अपने गांव की बहू से बनकर सचिवालय सहायक प्रशाखा पदाधिकारी का पद हासिल किया।

सरिता कुमारी कौन हैं?

सरिता कुमारी बिहार के गया जिले के एक छोटे से गांव की रहने वाली हैं। उनका जन्म 1998 में हुआ था। उनके पिता एक प्राइवेट स्कूल में शिक्षक थे और माता एक आशा कार्यकर्ता थीं। सरिता के दो भाई हैं, जो अब दूसरे शहरों में काम करते हैं। सरिता ने अपने गांव के ही स्कूल से 10वीं और 12वीं की पढ़ाई की और फिर गया के एक कॉलेज से बी.ए. किया। उनका लक्ष्य था कि वो सरकारी नौकरी पाकर अपने परिवार की आर्थिक स्थिति सुधारें।

सरिता कुमारी ने अपनी पढ़ाई के साथ-साथ प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी भी शुरू कर दी थी। उन्होंने बिहार पुलिस, आरपीएफ, एनटीपीसी, दारोगा आदि के लिए एग्जाम दिए, लेकिन हर बार किसी न किसी कारण से उन्हें निराशा ही हाथ लगी। उन्होंने कुल 11 बार अलग-अलग नौकरियों के लिए अटेम्प्ट किए, लेकिन हर बार वो चूक गईं। इस दौरान उनकी शादी भी हो गई थी। उनके पति विनोद कुमार एक रेलवे कर्मचारी हैं। उन्होंने सरिता को हमेशा उनके सपनों को पूरा करने के लिए प्रोत्साहित किया। सरिता के ससुराल वाले भी उनकी पढ़ाई और नौकरी को लेकर समझदारी से काम लिया। उन्होंने उन्हें कभी घर के कामों में बाधा नहीं डाली।

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