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Sugarcane Farming : 3 फीट की वैज्ञानिक विधि से करें गन्ने की बुवाई: 1 पौधे से 100 गन्ने और कम लागत में बंपर उत्पादन

Sugarcane Farming : 3 फीट की वैज्ञानिक विधि से करें गन्ने की बुवाई: 1 पौधे से 100 गन्ने और कम लागत में बंपर उत्पादन

 

Sugarcane Farming : गर्मियां आने से पहले अगर आप खेती में कुछ नया ट्राई करना चाहते हैं, तो Sugarcane Farming Tips आपके लिए लेकर आए हैं एक धांसू तरीका। फरवरी-मार्च का मौसम बसंतकालीन गन्ने की बुवाई के लिए बेस्ट माना जाता है, और इस बार अगर आप पारंपरिक तरीके को छोड़कर वैज्ञानिक विधि अपनाएं, तो कम बीज और कम लागत में ज्यादा मुनाफा कमा सकते हैं। शाहजहांपुर के किसानों से लेकर उत्तर प्रदेश गन्ना शोध संस्थान तक, हर कोई इस नई तकनीक की तारीफ कर रहा है। ये है सिंगल बड़ विधि, जिसमें 3 फीट की दूरी पर बुवाई करके आप 1 पौधे से 100 गन्ने तक तैयार कर सकते हैं। चलिए, इस तरीके को डिटेल में समझते हैं कि कैसे ये आपके लिए गेम-चेंजर बन सकता है।

 

अब बात करते हैं कि Sugarcane Farming में ये वैज्ञानिक तरीका क्यों खास है। आमतौर पर गन्ने की बुवाई में ढेर सारा बीज लगता है, लेकिन सिंगल बड़ विधि से आप प्रति हेक्टेयर 30-40 क्विंटल बीज की बचत कर सकते हैं। यानी जहां पहले 50-60 क्विंटल बीज चाहिए था, वहां अब सिर्फ 20-22 क्विंटल में काम हो जाएगा। और तो और, इस विधि से बीज का गुणन भी तेजी से होता है। जहां पुराने तरीके से एक बीज से 10 गुना उत्पादन होता था, वहीं अब एक आंख से 100 आंख तक तैयार हो सकती हैं। ये न सिर्फ लागत घटाएगा, बल्कि बंपर पैदावार का रास्ता भी खोलेगा। तो क्या है ये तरीका और इसे कैसे अपनाएं? आइए आगे जानते हैं।

 

सबसे पहले समझते हैं कि सिंगल बड़ विधि क्या है। उत्तर प्रदेश गन्ना शोध संस्थान के प्रसार अधिकारी डॉ. संजीव कुमार पाठक के मुताबिक, ये एक आधुनिक तकनीक है, जिसमें पहले से तैयार नर्सरी के पौधों को खेत में रोपा जाता है। ये तरीका इसलिए खास है क्योंकि इसमें गन्ने का जमाव बेहतर होता है और 90% पौधे गन्ने में बदल जाते हैं। मतलब, आपकी मेहनत बेकार नहीं जाएगी। खेत तैयार करने से लेकर बुवाई तक, हर स्टेप में थोड़ी सावधानी बरतनी है, लेकिन रिजल्ट इतना शानदार मिलेगा कि आप हैरान रह जाएंगे। खासकर बसंतकालीन गन्ने के लिए फरवरी-मार्च का समय परफेक्ट है, क्योंकि इस दौरान पौधों की ग्रोथ तेज होती है।

 

अब सवाल ये है कि इस वैज्ञानिक विधि से गन्ने की बुवाई कैसे करें? तरीका बिल्कुल आसान है। सबसे पहले खेत की गहरी जुताई करें, फिर रोटावेटर से मिट्टी को भुरभुरा बना लें। इसके बाद 3 फीट की दूरी पर कूड़ें बनाएं। इन कूड़ों में पौधे से पौधे की दूरी 1.5 फीट रखते हुए सिंगल बड़ नर्सरी के पौधे लगाएं। पौधे लगाने के बाद तुरंत सिंचाई करें, ताकि जड़ें मजबूत हो सकें। बस इतना करने से आपका खेत तैयार है बंपर उत्पादन के लिए। इस विधि का सबसे बड़ा फायदा ये है कि कम बीज से ज्यादा क्षेत्रफल कवर हो जाता है, और लागत भी कंट्रोल में रहती है।

 

बीज की बचत और उत्पादन का आंकड़ा देखकर आप भी चौंक जाएंगे। एक टेबल से इसे समझते हैं:

 

बुवाई विधिबीज की मात्रा (प्रति हेक्टेयर)उत्पादन संभावना
सामान्य विधि50-60 क्विंटल10 गुना बीज गुणन
सिंगल बड़ विधि20-22 क्विंटल1 पौधे से 100 गन्ने

ये आंकड़े साफ बताते हैं कि सिंगल बड़ विधि से न सिर्फ बीज की खपत कम होती है, बल्कि उत्पादन कई गुना बढ़ जाता है। खास बात ये भी है कि इस तरीके से नई किस्म के बीज को तेजी से बढ़ाया जा सकता है, जो लंबे वक्त में किसानों के लिए फायदेमंद साबित होगा। शाहजहांपुर के किसान इसे आजमा रहे हैं और अच्छे नतीजे देख रहे हैं।

 

अब थोड़ी बात मौसम और तैयारी की। फरवरी-मार्च में बुवाई इसलिए बेस्ट है, क्योंकि इस दौरान तापमान और नमी गन्ने की ग्रोथ के लिए सही रहते हैं। लेकिन खेत की तैयारी में लापरवाही मत करना। मिट्टी को भुरभुरा करना जरूरी है, ताकि जड़ें आसानी से फैल सकें। साथ ही, सिंचाई का भी ध्यान रखें। पहली सिंचाई के बाद समय-समय पर पानी देते रहें, लेकिन ज्यादा पानी न भरें, वरना पौधे खराब हो सकते हैं। अगर आपके इलाके में पानी की कमी है, तो ड्रिप इरिगेशन का यूज करें, इससे पानी भी बचेगा और पौधों को सही मात्रा में नमी मिलेगी।

 

क्या ये तरीका हर किसान के लिए फिट है? जवाब है हां, बशर्ते आप थोड़ा प्लानिंग करें। छोटे किसानों से लेकर बड़े खेतों वाले तक, हर कोई इसे अपना सकता है। बस नर्सरी तैयार करने में थोड़ी मेहनत लगेगी। नर्सरी में पौधे तैयार करने के लिए पहले से अच्छी क्वालिटी का बीज चुनें और उसे सही तरीके से रोपें। अगर आपके पास नर्सरी तैयार करने का वक्त नहीं है, तो लोकल एग्रीकल्चर सेंटर से मदद ले सकते हैं। वहां से तैयार पौधे लेकर सीधे अपने खेत में लगा सकते हैं। इससे समय और मेहनत दोनों बचेंगे।

 

एक और जरूरी बात – खाद और उर्वरक का सही इस्तेमाल। सिंगल बड़ विधि में बीज कम लगता है, तो खाद की मात्रा भी उसी हिसाब से डालें। मिट्टी की टेस्टिंग करवाएं और उसी के आधार पर नाइट्रोजन, फॉस्फोरस और पोटाश डालें। ज्यादा खाद डालने से बचें, वरना पौधों पर उल्टा असर पड़ सकता है। जैविक खाद जैसे गोबर की खाद भी यूज कर सकते हैं, इससे मिट्टी की सेहत भी अच्छी रहेगी और गन्ने की क्वालिटी बढ़ेगी।

 

तो दोस्तों, ये थी Sugarcane Farming Tips की वो वैज्ञानिक विधि, जो आपकी खेती को नया मुकाम दे सकती है। 3 फीट की दूरी पर बुवाई, 1 पौधे से 100 गन्ने और कम लागत में बंपर मुनाफा – इससे बेहतर क्या हो सकता है? बस थोड़ी सी मेहनत और सही प्लानिंग के साथ आप भी इसे आजमा सकते हैं। अगर शाहजहांपुर के किसान इसे कर सकते हैं, तो आप क्यों पीछे रहें? अपने खेत को तैयार करें, नर्सरी बनाएं और इस बार गन्ने की बुवाई से कमाई का नया रिकॉर्ड बनाएं। कुछ सवाल हों या टिप्स चाहिएं, तो कमेंट में पूछना मत भूलना। Happy Farming!

Sandeep Verma

नमस्ते दोस्तों, मैं पत्रकार संदीप वर्मा । पिछले 14 साल से पत्रकारिता में काम कर रहा हूं और अलग-अलग विषयों पर लिखना मुझे बहुत पसंद है। खासतौर पर खेती-बाड़ी, बागवानी और सरकारी योजना से जुड़े मुद्दों में मेरी गहरी रुचि है। मैं हमेशा कोशिश करता हूं कि आपको सच्ची और सही जानकारी दे सकूं, ताकि आप इन विषयों को अच्छे से समझ सकें। अगर आप भी इन जरूरी और दिलचस्प बातों को जानना चाहते हैं, तो जुड़े रहें https://khetkhajana.com/ के साथ। धन्यवाद

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