ये सरसों की टॉप 5 किस्में जिन्हे अपनाकर आप अच्छी पैदावार पा सकते है और अच्छा मुनाफा भी

सरसों की अगेती बुवाई के लिए जल्दी पकने वाली टॉप 5 किस्मों की जानकारी दे रहे हैं। आप इन किस्मों की बुवाई 15 सितंबर के आसपास कर सकते हैं

ये सरसों की टॉप 5 किस्में जिन्हे अपनाकर आप अच्छी पैदावार पा सकते है और अच्छा मुनाफा भी
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पूसा सरसों-25 (एनपीजे-112) किस्म (Pusa Mustard-25 (NPJ-112) Variety)

· खेती क्षेत्र: राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, जम्मू-कश्मीर के मैदानी इलाकों और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के हिमाचल प्रदेश के क्षेत्रों के लिए उपयुक्त।

· पैदावार: 14.7 क्विंटल प्रति हेक्टेयर (औसत)

· तेल की मात्रा: 39.6 प्रतिशत

· बुवाई का समय: 107 दिन

पूसा सरसों 27 (ईजे-17) किस्म (Pusa Mustard variety 27 (EJ-17))

· खेती क्षेत्र: उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड, मध्यप्रदेश, राजस्थान, कोटा क्षेत्रों में उपयुक्त।

· पैदावार: 15.35 क्विंटल प्रति हेक्टेयर (औसत)

· तेल की मात्रा: 41.7 प्रतिशत

· बुवाई का समय: 118 दिन

पूसा सरसों 28 (एनपीजे- 124) किस्म (Pusa Mustard 28 (NPJ- 124) Variety)

· खेती क्षेत्र: राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर के मैदानी क्षेत्रों में उपयुक्त।

· पैदावार: 19.93 क्विंटल प्रति हेक्टेयर (औसत)

· तेल की मात्रा: 41.5 प्रतिशत

· बुवाई का समय: 118 दिन

सरसों की पूसा महक (जेडी-6) किस्म (Mustard variety Pusa Mehak (JD-6))

· खेती क्षेत्र: दिल्ली, बिहार, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, असम, उड़ीसा, झारखंड में उपयुक्त।

· पैदावार: 17.5 क्विंटल प्रति हेक्टेयर (औसत)

· तेल की मात्रा: 40 प्रतिशत

· बुवाई का समय: 118 दिन

पूसा सरसों-25 (एनपीजे-112) किस्म (Pusa Mustard-25 (NPJ-112) Variety)

· खेती क्षेत्र: राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, जम्मू-कश्मीर के मैदानी इलाकों और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के हिमाचल प्रदेश के क्षेत्रों के लिए उपयुक्त।

· पैदावार: 14.7 क्विंटल प्रति हेक्टेयर (औसत)

· तेल की मात्रा: 39.6 प्रतिशत

· बुवाई का समय: 107 दिन

ये सरसों की टॉप 5 किस्में हैं जो किसानों के लिए अत्यधिक लाभकारी हैं। आप अपने खेतों में इनमें से किस्म का चयन करके अच्छी पैदावार प्राप्त कर सकते हैं और सरसों की खेती से अधिक मुनाफा कमा सकते हैं।

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