कपास, गेहूं की खेती छोड़ ये किसान कर रहे फलों की बागवानी, सालाना कमा लेते हैं 3 लाख से भी अधिक का मुनाफा

एक महीने में पेड़ों पर फल लगते हैं, जिससे एक बीघा में लगभग 70 हजार रुपए का मुनाफा होता है।

कपास, गेहूं की खेती छोड़ ये किसान कर रहे फलों की बागवानी, सालाना कमा लेते हैं 3 लाख से भी अधिक का मुनाफा
X

कपास, गेहूं की खेती छोड़ ये किसान कर रहे फलों की बागवानी, सालाना कमा लेते हैं 3 लाख से भी अधिक का मुनाफा

किसान विष्णु पाटीदार, निमाड़ के खरगोन जनपद के मंडलेश्वर निवासी, ने पारंपरिक फसलों की जगह आधुनिक खेती की है।

सीताफल की खेती, नुकसान कम, मुनाफा ज्यादा

पहले वे गेहूं, चना, कपास, और गन्ने की खेती करते थे, लेकिन उन्हें यहां लागत बहुत आती थी और मेहनत भी ज्यादा लगती थी। साथ ही, मौसम के असुरक्षित प्रभावों से हमेशा नुकसान होता रहता था। इस पर विचार करते हुए, उन्होंने सीताफल की खेती का नया अध्याय शुरू किया। इसमें कम मेहनत और कम लागत के साथ, मौसम के प्रति निष्ठा से नुकसान की गुंजाइश को कम किया गया है।

सीताफल की खेती

विष्णु पाटीदार ने बताया कि वे पिछले 12 वर्षों से तीन एकड़ में सीताफल की खेती कर रहे हैं। उन्होंने बागवानी की खेती में लागत कम और मेहनत कम होने के कारण इस दिशा में कदम बढ़ाया। बीज लगाने के तीन साल बाद ही पेड़ों पर फल आना शुरू होता है, और इसके बाद भी जब तक पेड़ से पेड़ नहीं मिलते, तब तक बीच की जगह में दूसरी फसलें लगा सकते हैं। इससे नुकसान की गुंजाइश कम होती है और सालाना कमाई बढ़ती है।

सालाना कमाई

विष्णु पाटीदार ने बताया कि सीताफल की खेती साल में गर्मी के समय में एक-दो बार सिंचाई की जरुरत पड़ती है। फूल मई-जून में खिलना शुरू होते हैं, और दिवाली के बाद फल आना शुरू होता है। एक महीने में पेड़ों पर फल लगते हैं, जिससे एक बीघा में लगभग 70 हजार रुपए का मुनाफा होता है। इस प्रकार, विष्णु पाटीदार तीन एकड़ में साढ़े चार बीघा में 3 लाख से ज्यादा की कमाई कर रहे हैं।


Tags:
Next Story
Share it