बिहार के इस किसान ने सिर्फ मधुमक्खी पालन कर बनाया लाखों का कारोबार, सालाना कमा लेते हैं 25 से 30 लाख रुपए, सैकड़ो लोगों को दिया रोजगार
चितरंजन के अनुसार, मधुमक्खी बॉक्स सरसों के खेत किनारे रखे जाते हैं और शहद निकालने के बाद सहजन की फूलों से रस निकालते हैं।
बिहार के इस किसान ने सिर्फ मधुमक्खी पालन कर बनाया लाखों का कारोबार, सालाना कमा लेते हैं 25 से 30 लाख रुपए, सैकड़ो लोगों को दिया रोजगार
मधुमक्खी पालन एक ऐसा क्षेत्र है जो बिहार के किसानों के लिए नई उम्मीदें जगा रहा है। गया जिले के मराची गांव के किसान चितरंजन कुमार के अनुसार, मधुमक्खी पालन से उन्हें सालाना 25 से 30 लाख रुपये का व्यापार मिल रहा है।
मधुमक्खी पालन का मॉडल
चितरंजन ने बताया कि उन्होंने स्कूली पढ़ाई पूरी करने के बाद कृषि विज्ञान केंद्र से मधुमक्खी पालन सीखा और इसके बाद खुद का व्यवसाय शुरू किया। उनका व्यापार सालाना 20 से 25 लाख रुपये की कमाई प्रदान कर रहा है।
मधुमक्खी पालन के लाभ
आय में वृद्धि
किसान ने बताया की मधुमक्खी पालन से किसानों की आय में सुधार हो रही है। यह एक सकारात्मक विकल्प है जो किसानों को नई आय स्रोत प्रदान कर रहा है। गया के जलवायु का मधुमक्खी पालन के लिए उपयुक्त होना भी इसे एक आकर्षक विकल्प बनाता है। चितरंजन के व्यापार से कई लोगों को रोजगार का अवसर मिल रहा है, जो स्थानीय समृद्धि का साकारात्मक परिणाम है।
मधुमक्खी पालन का व्यवसाय मॉडल
चितरंजन ने बताया कि उनका मॉडल तीन महीने के लिए अन्य राज्यों में जाकर अधिक शहद उत्पादन के लिए अपने मधुमक्खी बॉक्स को माइग्रेट करता है। इससे वह सालाना लगभग 25 लाख रुपये की कमाई प्राप्त करते हैं।
राज्य मधुमक्खी बॉक्स शहद उत्पादन (टन) कमाई (रुपये)
शहद उत्पादन क्षेत्र
मध्य प्रदेश 900 बॉक्स
25-30 25 लाख
छत्तीसगढ़ - - -
झारखंड - - -
900 बॉक्स
शहद उत्पादन
25-30
कमाई
25-30 लाख रूपये
चितरंजन के अनुसार, मधुमक्खी बॉक्स सरसों के खेत किनारे रखे जाते हैं और शहद निकालने के बाद सहजन की फूलों से रस निकालते हैं।
मधुमक्खी पालन ने गया जिले के किसानों के लिए नए द्वार खोले हैं और उन्हें अच्छी आय प्रदान कर रहे हैं। इससे न केवल उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत हो रही है, बल्कि वह अन्यों को भी रोजगार का अवसर प्रदान कर रहे हैं।