इस किसान ने मूंगफली खोदने के लिए किया स्ट्रिपर मशीन का आविष्कार, बिना किसी नुकसान के करती है आसानी से खुदाई, किसानों को होगी लाखों की बचत

स्ट्रिपर में ब्लोअर का उपयोग होने से फलियां साफ रहती हैं और फली टूटती नहीं है, जो फसल की गुणवत्ता को बनाए रखने में मदद करता है।

इस किसान ने मूंगफली खोदने के लिए किया स्ट्रिपर मशीन का आविष्कार, बिना किसी नुकसान के करती है आसानी से खुदाई, किसानों को होगी लाखों की बचत
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इस किसान ने मूंगफली खोदने के लिए किया स्ट्रिपर मशीन का आविष्कार, बिना किसी नुकसान के करती है आसानी से खुदाई, किसानों को होगी लाखों की बचत

किसानों का जुगाड़ और देसी तकनीक से हमेशा ही एक नया कमाल होता है। तमिलनाडु के इरोड जिले के किसान मोहनसुंदरम ने भी एक ऐसा जुगाड़ किया है, जिसने मूंगफली की खेती को आसान बना दिया है।

स्ट्रिपर मशीन





मोहनसुंदरम ने बनाया है "स्ट्रिपर," एक मूंगफली खोदने का देसी औजार। इस मशीन को 0.2 HP पावर वाली विद्युत मोटर से चलाया जाता है, जिसका आकार बेलनाकार है और इसमें तीन खुले स्थान हैं। इसका उपयोग करके किसान दो या तीन दिनों में एक एकड़ क्षेत्र की मूंगफली की खुदाई कर सकता है।

आधुनिकता में देसी ज़िन्दगी

भरोसेमंद औजार

स्ट्रिपर मजबूती और सुरक्षा में विश्वसनीय है, जिससे किसानों को आराम से काम करने का मौका मिलता है।

विद्युत चालित

0.2 HP की पावरफुल विद्युत मोटर से संचालित होने के कारण इसका उपयोग आसान है और इसमें कोई बेहतरीन दिनचर्या है।

किफायती लागत

इस मशीन के उपयोग से एक एकड़ के खेत की खुदाई में लगने वाला खर्च केवल 2500 रुपये है, जिससे किसानों को आर्थिक रूप से भी फायदा हो रहा है।

स्ट्रिपर के लाभ

कम मेहनत, ज्यादा उत्पादकता

इस मशीन का उपयोग करने से मूंगफली की खुदाई में कम मेहनत लगती है, जिससे किसान अधिक समय बचा सकता है।

ब्लोअर सहायता

स्ट्रिपर में ब्लोअर का उपयोग होने से फलियां साफ रहती हैं और फली टूटती नहीं है, जो फसल की गुणवत्ता को बनाए रखने में मदद करता है। इसका उपयोग साइकिल की सहायता से भी आसानी से हो सकता है, जिससे खेतों में और भी फ्लेक्सिबिलिटी आती है। इस मशीन की लागत सिर्फ 2500 रुपये है, जो इसे विशेष रूप से छोटे और मध्यम किसानों के लिए सुलभ बनाता है।


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