ये किसान सिर्फ 2 बीघा में सब्जी की खेती कर हो रहा मालामाल, जिसमें 5 कट्ठे में घीया, 10 कट्ठे में बैंगन, 5 कट्ठे में झिगुनी व अब परवल लगाने की तैयारी में

उनकी सब्जियों का उत्पादन नियमित हो रहा है, जो उन्हें हर महीने 50 हजार से अधिक की कमाई दिला रहा है।

ये किसान सिर्फ 2 बीघा में सब्जी की खेती कर हो रहा मालामाल, जिसमें 5 कट्ठे में घीया, 10 कट्ठे में बैंगन, 5 कट्ठे में झिगुनी व अब परवल लगाने की तैयारी में
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ये किसान सिर्फ 2 बीघा में सब्जी की खेती कर हो रहा मालामाल, जिसमें 5 कट्ठे में घीया, 10 कट्ठे में बैंगन, 5 कट्ठे में झिगुनी व अब परवल लगाने की तैयारी में

किसानी को घाटे का प्रोफेशन माना जाता है, लेकिन युवा किसान सत्येन्द्र कुमार सिंह ने इस मिथक को तोड़कर दिखाया है कि किसानी एक लाभकर्षी व्यवसाय भी हो सकता है। सीतामढ़ी के परिहार स्थित सौरभोर के यह युवा किसान ने सब्जियों से अच्छी कमाई करने का नया माध्यम खोज निकाला है।





विविधता में आवाजाही

सत्येन्द्र कुमार सिंह की खेती में विविधता का महत्वपूर्ण स्थान है। उन्होंने दो बीघा में अलग-अलग तरह की सब्जियों की खेती करना शुरू किया है, जैसे कि घीया, भिंडी, परवल, बैगन, मिर्च, और झिगुनी। इससे उन्हें बाजार में अच्छे भाव मिल रहे हैं, जिससे उनकी आमदनी भी बढ़ रही है।





वाणिज्यिक दृष्टिकोण

सत्येन्द्र कुमार सिंह ने सब्जी की खेती के लिए सलाह दी है कि लत्ती वाली सब्जियों की खेती में मुनाफा ज्यादा है, क्योंकि बरसात में इसके खराब होने की संभावनाएँ कम होती हैं। वहीं, मचान के नीचे भी साग सहित अन्य सब्जियों की खेती कर सकते हैं। यह दृष्टिकोण सब्जी की खेती को वाणिज्यिक दृष्टिकोण से भी देखने का तरीका हो सकता है, जिससे किसानों को अधिक कमाई की संभावना होती है।

मेहनत का महत्व

सत्येन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि सब्जी की खेती करने के लिए मेहनत का महत्वपूर्ण है। उन्हें प्रतिदिन खेत में काम करना पड़ता है, जैसे कि कोई अपने ऑफ़िस जाता है। यह मेहनत उन्हें अच्छी खेती के लिए तैयार रखती है।

उचित मूल्य

युवा किसान सत्येन्द्र कुमार सिंह ने 5 कट्ठे में घीया, 10 कट्ठे में बैंगन, 5 कट्ठे में झिगुनी की खेती कर रहे हैं. इसके अलावा नए सिरे से 2 से 3 कट्ठे में परवल की भी खेती कर रहे हैं बाजार में सत्येन्द्र कुमार सिंह की सब्जियों को उचित मूल्य मिल रहा है, जिसका मतलब है कि उन्हें अच्छी कमाई हो रही है। उनकी सब्जियों का उत्पादन नियमित हो रहा है, जो उन्हें हर महीने 50 हजार से अधिक की कमाई दिला रहा है।

निष्कर्षित खाद का महत्व

सत्येन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि उनकी सफलता में पूर्ण रुप से रासायनिक खाद का महत्वपूर्ण भूमिका है, क्योंकि जैविक खाद यहां पर उपलब्ध नहीं है।

इस तरीके से, सत्येन्द्र कुमार सिंह ने सब्जियों से अच्छी कमाई करने का एक नया माध्यम दिखाया है, जिससे किसानों को अधिक आय की संभावना होती है

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