गुजरात के इस किसान ने महज 60 हजार रुपए लगाकर शुरू किया मधुमक्खी पालन, प्रतिवर्ष 20 हजार किलो शहद बेच कमा रहे 32 लाख रुपए

2017 में गुजरात के इस किसान ने 5 लाख रुपये कमाए थे जबकि 6 साल बाद 2022 में उनकी कमाई 32 लाख रुपये रही.

गुजरात के इस किसान ने महज 60 हजार रुपए लगाकर शुरू किया मधुमक्खी पालन, प्रतिवर्ष  20 हजार किलो शहद बेच कमा रहे 32 लाख रुपए
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गुजरात के इस किसान ने महज 60 हजार रुपए लगाकर शुरू किया मधुमक्खी पालन, प्रतिवर्ष 20 हजार किलो शहद बेच कमा रहे 32 लाख रुपए

गुजरात के किसानों की मेहनत और प्रेरणा दुनियाभर में उदाहरणीय है। उनमें से एक किसान, पंकजभाई देसाई, ने शहद उत्पादन से कमाई में कमाल किया है। उनकी सफलता ने कई किसानों को प्रेरित किया है और उन्हें नई दिशाओं में सोचने का साहस दिलाया है।

आरंभिक प्रेरणा

पंकजभाई देसाई ने अपनी शिक्षा में अंग्रेजी और एमकॉम की पढ़ाई की, लेकिन उन्होंने कृषि में अलगी दिशा देखी। उनकी प्रेरणा और आत्मविश्वास ने उन्हें शहद उत्पादन के क्षेत्र में कदम उठाने का मानसिक साहस दिलाया।

उत्पादन की बढ़त

2017 में पंकजभाई ने महज 60 हजार रुपए के निवेश से शहद की खेती शुरू की, और आज यह 700 बॉक्स तक पहुंच गया है। हर साल 20 हजार किलो शहद का उत्पादन करते हैं। उनके पास अजामा, सौंफ, धनिया, लीची, कश्मीरी, तिल, नीलगिरी सहित 7 से 8 प्रकार के शहद होते हैं, जिन्हें वे बनास डेयरी और कई फार्मासिस्ट कंपनियों को आपूर्ति करते हैं।

शिक्षा और प्रशिक्षण का महत्व

पंकजभाई ने अपने सफलता की यात्रा में शिक्षा और प्रशिक्षण का महत्व बताया है। उन्होंने बनास डेयरी की ट्रेनिंग ली और उन्हें 10 बक्सों की मदद भी मिली, जो नए किसानों को उनके सपनों की पूरी करने में मदद करते हैं।

प्रेरणा देने वाली सफलता

पंकजभाई देसाई की सफलता ने कई किसानों को उनकी दिशा में प्रेरित किया है। उनका मानसिकता, मेहनत और नए तकनीकों के साथ संग्रहण की क्षमता ने उन्हें शहद उत्पादन में अग्रणी बनाया है। 2017 में गुजरात के इस किसान ने 5 लाख रुपये कमाए थे जबकि 6 साल बाद 2022 में उनकी कमाई 32 लाख रुपये रही. उन्हें अब तक कई पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है. हाल ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने भी ट्वीट कर उन्हें सम्मानित किया.

पंकजभाई देसाई की महत्वपूर्ण जानकारी

संक्षिप्त जीवनी उपलब्धियाँ

आयु 27 वर्ष

शहर डिसा, गुजरात

प्रमुख उत्पादन शहद, सौंफ, धनिया, लीची, कश्मीरी, तिल, नीलगिरी

सालाना उत्पादन 20 हजार किलो शहद

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