सिर्फ ₹10000 की लागत से इस किसान ने शुरू की हाइब्रिड लौकी की खेती, महीने में लाखों रुपए की आमदनी, रोज निकलते हैं 400 पीस
उनका खेत से हर दो दिन पर 300 से 400 पीस लौकी निकल रही है, जिसे स्थानीय सब्जी मंडी में बेच दिया जाता है।

सिर्फ ₹10000 की लागत से इस किसान ने शुरू की हाइब्रिड लौकी की खेती, महीने में लाखों रुपए की आमदनी, रोज निकलते हैं 400 पीस
किसानों के लिए लौकी की खेती एक आर्थिक मंदी के बावजूद भी एक लाभकारी व्यवसाय साबित हो रहा है। बिहार के प्रगतिशील किसान आशुतोष पांडेय ने हाइब्रिड लौकी की खेती करके बड़ा सफलता पाई है और लागत से पांच गुना अधिक मुनाफा कमाया है।
खेती की तकनीक
किसान आशुतोष पांडेय ने बताया कि वे हर बीघा में हाइब्रिड लौकी की खेती कर रहे हैं। उनका खेत से हर दो दिन पर 300 से 400 पीस लौकी निकल रही है, जिसे स्थानीय सब्जी मंडी में बेच दिया जाता है।
लाभकारी मुनाफा
इस खेती में लगभग 10 हजार रुपए की लागत आई, लेकिन आशुतोष पांडेय का मुनाफा पांच गुना हो रहा है। वे अपनी लौकी को 15 रुपए प्रति पीस के दाम पर बेच रहे हैं, जिससे वे अच्छी कमाई कर रहे हैं। यह व्यवसाय अक्टूबर तक फलता रहेगा, जिसके बाद शिमला मिर्च की खेती का भी इवाम जरिया बनाया जाएगा।
जंगली जानवरों से बचाव
किसान आशुतोष पांडेय ने पहले सब्जी की खेती करते समय जंगली जानवरों से काफी नुकसान का खतरा बताया, लेकिन अब उन्होंने खेत के चारों तरफ फेंसिंग कराने के बाद इस समस्या का समाधान निकाल लिया है।
खेती के लाभ
लौकी की खेती के इस मॉडल से किसानों को आर्थिक सहायता मिल रही है और उन्हें अधिक मुनाफा कमाने का अवसर मिल रहा है। इसके साथ ही, खेती के तरीकों में नवाचार लाने से जंगली जानवरों से बचाव भी संभव हो रहा है।
लौकी की खेती किसानों के लिए एक सफल और लाभकारी व्यवसाय साबित हो रही है, जिससे उन्हें अच्छी कमाई का अवसर मिल रहा है। इसके साथ ही, खेती के तरीकों में नवाचार लाने से वे जंगली जानवरों से बच सकते हैं और अधिक सुरक्षित खेती कर सकते हैं।