गोमूत्र से बनी यह कीटनाशक दवा फसलों पर होगी 100% कारगर साबित, रासायनिक पेस्टीसाइड का सबसे बेहतर और सस्ता विकल्प

गोमूत्र से बना कीटनाशक एक प्राकृतिक और सस्ता विकल्प है, जो कीटों को नियंत्रित करने में मदद करता है और फसलों की गुणवत्ता को बढ़ाता है।

गोमूत्र से बनी यह कीटनाशक दवा फसलों पर होगी 100% कारगर साबित, रासायनिक पेस्टीसाइड का सबसे बेहतर और सस्ता विकल्प
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गोमूत्र से बनी यह कीटनाशक दवा फसलों पर होगी 100% कारगर साबित, रासायनिक पेस्टीसाइड का सबसे बेहतर और सस्ता

कीटनाशक दवाओं का उपयोग खेती में कीटों से निपटने के लिए किया जाता है, लेकिन इन दवाओं में मौजूद रसायनिक तत्वों के कारण फसलों और पर्यावरण को नुकसान पहुंच सकता है। इसके बजाय, गोमूत्र से बना कीटनाशक एक प्राकृतिक और सस्ता विकल्प है, जो कीटों को नियंत्रित करने में मदद करता है और फसलों की गुणवत्ता को बढ़ाता है। इस लेख में, हम गोमूत्र से कीटनाशक दवा बनाने की विधि और इसके उपयोग के बारे में चर्चा करेंगे।





गोमूत्र से कीटनाशक दवा बनाने की विधि

गोमूत्र से कीटनाशक दवा बनाने के लिए निम्नलिखित सामग्री की आवश्यकता होती है:

10 लीटर गोमूत्र

2-3 किलो नीम की पत्ती

सीताफल, पपीता, अमरूद, और करंज की 2-2 किलो पत्तियां

गोमूत्र कीटनाशक बनाने की प्रक्रिया:

सभी सामग्री को धोकर अच्छी तरह से साफ़ पानी से धो लें।

एक बड़े पतीले में 10 लीटर गोमूत्र और उपरोक्त पत्तियों को मिलाकर उबालें।

सामग्री को तब तक उबालें जब तक कि गोमूत्र की मात्रा 5 लीटर तक न रह जाए।

इसके बाद सामग्री को छानकर ठंडा करें और बोतल में पैकिंग करें।

इस तरह, 5 लीटर गोमूत्र कीटनाशक तैयार हो जाता है। यह अब आपके खेतों के कीटों को नियंत्रित करने में मदद करेगा।

गोमूत्र कीटनाशक का उपयोग और लाभ

गोमूत्र कीटनाशक का उपयोग खेतों में निम्नलिखित तत्वों के खिलाफ लाभकारी साबित होता है:

विशेष रूप से पत्ती खाने वाले, फल छेदन तथा तना छेदक कीटों के खिलाफ: गोमूत्र से बना कीटनाशक इन कीटों के खिलाफ बहुत प्रभावी होता है और उन्हें नियंत्रित करने में मदद करता है।

प्राकृतिक उर्वरा शक्ति: गोमूत्र से बने कीटनाशक में मौजूद तत्व पौधों की उर्वरा शक्ति को बढ़ाते हैं, जिससे फसलों की वृद्धि होती है।

स्वास्थ्य और पर्यावरण के लिए बेहतर: रसायनिक कीटनाशकों के संपर्क में आने से पर्यावरण और मानव स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है, जो गोमूत्र से बने कीटनाशक के उपयोग से बचाया जा सकता है।

सस्ता और अधिक लाभकारी: गोमूत्र से बने कीटनाशक के बनाने में किया जाने वाला खर्च रसायनिक कीटनाशकों के मुकाबले बहुत कम होता है और इससे किसान अधिक लाभ उठा सकते हैं।

गोमूत्र कीटनाशक का उपयोग करने का तरीका

गोमूत्र कीटनाशक को उपयोग करने के लिए निम्नलिखित तरीका अनुसरण करें:

दो से ढाई लीटर गोमूत्र कीटनाशक को 100 लीटर पानी में मिलाकर सुबह-शाम खड़ी फसल पर 10 से 15 दिनों के अंतराल में छिड़काव करें।

गोमूत्र कीटनाशक का उपयोग कीटों के प्रकोप होने से पहले करने पर अधिक प्रभावशाली होता है।

इसके उपयोग से कीटों की प्रतिरोधक क्षमता उत्पन्न नहीं होती है, क्योंकि यह मल्टीपल एक्शन से कीट नियंत्रण करता है।

गोमूत्र कीटनाशक से मित्र कीटों को हानि नहीं होती है, इसलिए फसलों के साथ-साथ पर्यावरण को भी नुकसान नहीं पहुंचता है।

कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार, गोमूत्र कीटनाशक बनाने की लागत रसायनिक कीटनाशकों के मुकाबले कम होती है और इसे पैकेजिंग करने से और भी बचाया जा सकता है।

इस तरह, गोमूत्र से बना कीटनाशक एक प्राकृतिक, सस्ता, और लाभकारी विकल्प है, जिससे किसान अपने खेतों को स्वस्थ रख सकते हैं और अधिक उपज भी प्राप्त कर सकते हैं। इसके उपयोग से पर्यावरण को भी नुकसान नहीं पहुंचता है और प्राकृतिक खेती को बढ़ावा मिलता है।

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