नवंबर माह में बोई जाने वाली आलू की 5 टॉप किस्म, जो देगी प्रति हेक्टेयर 350 क्विंटल का उत्पादन, साथ उठाएं 50% सब्सिडी का फायदा

इन किस्मों को बोने जाने से किसान बेहतर उत्पादन और कम लागत में अधिक कमाई कर सकता है। आलू की बाजार में मांग बनी रहती है,

नवंबर माह में बोई जाने वाली आलू की 5 टॉप किस्म, जो देगी प्रति हेक्टेयर 350 क्विंटल का उत्पादन, साथ उठाएं 50% सब्सिडी का फायदा
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नवंबर माह में बोई जाने वाली आलू की 5 टॉप किस्म, जो देगी प्रति हेक्टेयर 350 क्विंटल का उत्पादन, साथ उठाएं 50% सब्सिडी का फायदा

अगर आप भी आलू की खेती से बेहतर उत्पादन लेना चाहते हैं तो इन बेहतरीन किस्म का उत्पादन कर प्रति हेक्टेयर बंपर उत्पादन ले सकते हैं, बेहतर क्वालिटी और अधिक कमाई के लिए आलू की टॉप 5 किस्मे बोये, नवंबर माह में बोई जाने वाली आलू काफी अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं, तो आइये जानते हैं आलू की टॉप 5 किस्मों के बारें में।





कुफरी पुखराज किस्म (Kufri Topaz variety)

आलू की खेती करने वाले किसानों के लिए नवंबर माह में बोई जाने वाली आलू की टॉप 5 किस्मों में से पहली किस्म है "कुफरी पुखराज"। इसके कंद पीले, गोल, और अंडाकार होते हैं, और यह अगेती अंगमारी रोग के प्रति प्रतिरोधक है।

कुफरी अशोका किस्म (Kufri Ashoka variety)

दूसरी किस्म है "कुफरी अशोका" जिसके कंद बड़े, अंडाकार, और सफेद होते हैं। यह किस्म उत्तरी भारत के मैदानी इलाकों के लिए उपयुक्त है और पछेती झुलसा रोग से प्रभावित हो सकती है।

कुफरी लालिमा किस्म (Kufri Redness variety)

"कुफरी लालिमा" किस्म की खासियत है उसके लाल और छिलकायुक्त कंदों में। इसकी औसत पैदावार 250 से 300 क्विंटल प्रति हैक्टेयर तक है, और यह पछेती झुलसा रोग के प्रति मध्यम प्रतिरोधक है।

कुफरी सदाबहार किस्म (Kufri Evergreen variety)

"कुफरी सदाबहार" किस्म की खासियत है उसके आकर्षक लगने वाले सफेद कंदों में। इसकी फसल बुवाई के बाद 80 से 90 दिनों में तैयार होती है और यह पछेती झुलसा रोग के प्रति मध्यम प्रतिरोधी है।

कुफरी अलंकार किस्म (Kufri Alankar variety)

"कुफरी अलंकार" किस्म से प्रति हैक्टेयर 200 से 250 क्विंटल तक पैदावार प्राप्त हो सकती है, और यह पछेती अंगमारी रोग के प्रति कुछ प्रतिरोधक है।

इन किस्मों को बोने जाने से किसान बेहतर उत्पादन और कम लागत में अधिक कमाई कर सकता है। आलू की बाजार में मांग बनी रहती है, और सरकार की 50% सब्सिडी से भी लाभ दे रही है

आलू की खेती से होने वाला लाभ

यदि किसान एक हेक्टेयर में आलू की खेती करता है, तो उसे करीब 300 से 350 क्विंटल तक आलू का उत्पादन हो सकता है। बाजार में इसका भाव सामान्यत: 20-30 रुपए प्रति किलो होता है, जिससे किसान एक फसल से 6 से 7 लाख रुपए तक कमा सकता है।

इस तरह, आलू की उच्च गुणवत्ता वाली किस्मों के चयन से किसान न केवल बेहतर उत्पादन कर सकता है बल्कि अधिक कमाई भी हो सकती है,

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