चुकंदर की टॉप 7 किस्में: इन किस्मों से होगी लाखों की कमाई बन जाओगे कुछ ही दिनों में लखपति

चुकंदर की खेती किसानों के लिए एक लाभकारी व्यवसाय हो सकती है। चुकंदर एक पौष्टिक और स्वास्थ्यपूर्ण सब्जी होती है जिसका बड़ा डिमांड होता है।

चुकंदर की टॉप 7 किस्में: इन किस्मों से होगी लाखों की कमाई बन जाओगे कुछ ही दिनों में लखपति
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चुकंदर की खेती एक लाभकारी व्यवसाय

चुकंदर की खेती किसानों के लिए एक लाभकारी व्यवसाय हो सकती है। चुकंदर एक पौष्टिक और स्वास्थ्यपूर्ण सब्जी होती है जिसका बड़ा डिमांड होता है। इसका सेवन करने से शरीर में हेमोग्लोबिन बढ़ता है और आपको ऊर्जा और पोषण प्राप्त होता है। चुकंदर को आयुर्वेदिक चिकित्सा में भी महत्वपूर्ण माना गया है, और इसे विभिन्न रोगों के इलाज के लिए उपयोग किया जाता है।

इसके साथ ही, चुकंदर की खेती से आपको अच्छा मुनाफा भी हो सकता है, क्योंकि चुकंदर का बाजार में मांग होती है और इसका भाव भी अच्छा मिलता है। इसलिए, किसानों के लिए चुकंदर की खेती करने का विचार अच्छा हो सकता है।

चुकंदर के पोषक तत्व

चुकंदर में कई पोषक तत्व होते हैं, जो हमारे स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं। इसमें कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, फैट, और डाइटरी फाइबर के साथ-साथ विटामिन सी, विटामिन बी-6, राइबोफ्लेविन, और थायमिन भी होते हैं। इसके अलावा, चुकंदर में आयरन, कैल्शियम, सोडियम, पोटेशियम, फास्फोरस, और मैग्नीशियम भी पाए जाते हैं।

चुकंदर की टॉप 7 किस्में

चुकंदर की खेती के लिए उन्नत किस्मों का चयन करना महत्वपूर्ण होता है ताकि बेहतर पैदावार प्राप्त की जा सके। निम्नलिखित हैं चुकंदर की टॉप 7 किस्में:

1. अर्ली वंडर: इस किस्म की जड़ें चिपटी और कंद गोल होते हैं। यह 55-60 दिनों में पककर तैयार हो जाती है और उसकी पैदावार आम किस्मों से अधिक होती है।

2. शाइन रेडबॉल: इस किस्म का कंद गोल और गहरे लाल रंग का होता है। यह बुवाई और पैदावार के लिए उपयुक्त है और 150-180 ग्राम तक कंद देता है।

3. अशोका-रेडमेन: इस किस्म के कंद चिकने, गोल, और लाल होते हैं। इसमें अच्छी रोग प्रतिरोधक क्षमता भी होती है और यह 65-70 दिन में पककर तैयार होती है।

4. क्रिमसन ग्लोब: यह किस्म चुकंदर की मध्यम आकार की होती है और 150-180 ग्राम कंद देती है।

5. मिश्र की क्रास्बी: इस किस्म की जड़ें चिपटी होती हैं और इसकी पत्तियां हरी होती हैं। यह 50-60 दिनों में पकती है।

6. कलश एक्शन: इस किस्म को रबी, खरीफ, और जायद सीज़न में उगाया जा सकता है, और इसका कंद गहरे लाल रंग का होता है।

7. इंदमरूबी: इस किस्म का कंद गोल और लाल रंग का होता है, और यह 50-55 दिनों में पकता है।

चुकंदर की खेती का तरीका

चुकंदर की खेती के लिए दो प्रमुख विधियां होती हैं:

1. छिटकवां विधि: इसमें बीजों को क्यारियों में छिटक कर दिया जाता है और उन्हें मिट्टी के अंदर बोआ जाता है। इससे बेहतर अंकुरण होता है।

2. मेड विधि: इसमें 10 इंच की ऊंचाई की मेड बनाई जाती है, और उस पर बीज लगाए जाते हैं। इसमें कम बीजों की आवश्यकता होती है और सिंचाई और निराई गुड़ाई काम आसानी से होता है।

इन उन्नत किस्मों की चुकंदर की खेती से किसान अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं और बेहतर पैदावार प्राप्त कर सकते हैं। चुकंदर की खेती एक बेहतर विकल्प हो सकता है जो किसानों को स्वास्थ्यकर और आर्थिक रूप से भी फायदा पहुँचा सकता है।

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