Top Cotton Seeds : कपास की खेती में VASU-82 किसानों के लिए एक नई क्रांति, 12 से 13 क्विंटल का दावा

Top Cotton Seeds : कपास की खेती में VASU-82 किसानों के लिए एक नई क्रांति, 12 से 13 क्विंटल का दावा
X

Top Cotton Seeds : कपास की खेती में VASU-82 किसानों के लिए एक नई क्रांति, 12 से 13 क्विंटल का दावा

खेत खजाना : किसान भाइयों फिलहाल कपास की खेती का सीजन शुरू होने वाला है । ऐसे में किसान नरमा की नई किस्म की खोज कर रहे है । किसान चाहते है की पिछली साल किसानों की कपास के बीजों को लेकर काफी ज्यादा नुकसान हुआ था । इस नुकसान के चलते इस बार कपास की खेती में काफी ज्यादा इफेक्ट देखने को मिलेगा। इस बार कपास की खेती का रकबा घटने वाला है । क्योंकि किसानों को नरमा की नई वेरायटी नहीं मिल रही है ।

ऐसे में कृषि क्षेत्र में एक नई नरमा वेरायटी वसु 82 (VASU-82) का आगाज हुआ है । एक देसी हाइब्रिड कपास (Top Cotton Seeds) जो अपनी उत्कृष्ट उत्पादकता और गुणवत्ता के साथ खेतों में नई जान फूंकने का दावा कर रही है। नई नरमा वेरायटी वसु 82 (VASU-82) को चुनकर किसान अपने खेतों में अधिक उत्पादन के साथ नई ऊंचाइयों को छु सकते है ।

नई नरमा वेरायटी वसु 82 (VASU-82) की विशेषताएं ?

नई नरमा वेरायटी वसु 82 (VASU-82) की विशेषताएं अन्य किस्मों से अलग ही हैं। फसल के सही वातावरण के अनुकूल इस किस्म की उत्पादकता 12-13 क्विंटल प्रति एकड़ तक आंकी जा रही है । 12-13 क्विंटल प्रति एकड़ तक उत्पादन का होना अपने आप में बड़ी को हासिल करना कहा जा सकता है । इसके पौधे की ऊंचाई 160-165 सेंटीमीटर होती है और यह आर. जी. -8 की अपेक्षा 15-20 दिन पहले पक कर तैयार हो जाती है ।

जिससे किसानों को अपनी फसल जल्दी बाजार में लाने का अवसर मिलता है। 'वसु 82' किसानों के साथ हर कदम पर, हर डगर पर साथ चलने का वादा करता है उनकी आय बढ़ाने और खेती को अधिक मजबूत बनाने में सहायक है । यह न केवल उत्पादन को बढ़ावा देता है परंतु किसानों को उनकी मेहनत का सही मूल्य दिलाने में भी मदद करता है। इस प्रकार वसु 82 ने कृषि जगत में अपनी एक अलग पहचान बनाई है और किसानों के बीच एक विश्वसनीय नाम के रूप में उभरा है।

किसान भाइयों कपास की खेती में पहले ही किसानों को डबल मार पड़ चुकी है एक तरफ नकली खाद बीज की मार तो दूसरी तरफ फसलों का उचित भाव न मिलना । किसान नरमा की खेती को लेकर काफी चिंतित है । ऐसे में किसान अपने विवेक से और कृषि अधिकारियों से लेकर राय लेकर कपास का बीज खरीदें ताकि किसान भाइयों को आने वाले समय में किसी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े।

Tags:
Next Story
Share it