टॉप गेहूं किस्में, बायो फोर्टिफाइड और 60 क्विंटल की भरपूर पैदावार के साथ, खाने के लिए गेहूं की सबसे लाजवाब किस्म

PBW 771 उन्नत किस्म 120 दिनों में तैयार होने वाली है और इससे 50 से 55 क्विंटल तक की पैदावार हो सकती है।

टॉप गेहूं किस्में, बायो फोर्टिफाइड और 60 क्विंटल की भरपूर पैदावार के साथ, खाने के लिए गेहूं की सबसे लाजवाब किस्म
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टॉप गेहूं किस्में, बायो फोर्टिफाइड और 60 क्विंटल की भरपूर पैदावार के साथ, खाने के लिए गेहूं की सबसे लाजवाब किस्म

आज के समय में किसानों के लिए गेहूं की फसल से अच्छा मुनाफा कमाना महत्वपूर्ण है। इसके लिए कृषि वैज्ञानिकों ने विभिन्न उन्नत किस्में तैयार की हैं जो बायो फोर्टिफाइड और 60 क्विंटल की पैदावार के साथ आती हैं। इनमें से चार टॉप किस्में हैं - Pusa Tejas Durum, HPBW 01, PBW 752, और PBW 771।

गेहूं की टॉप किस्में और उनके विशेषताएं

किस्म पककर होने में समय पैदावार (क्विंटल/हेक्टेयर) विशेषताएं

Pusa Tejas Durum 140-150 दिन 55 उच्च जिंक और प्रोटीन से भरपूर, स्वादिष्ट भी।

HPBW 01 120 दिन 50-55 अच्छी पैदावार, बायो फोर्टिफाइड गुणों से युक्त।

PBW 752 120 दिन 52 उच्च प्रोटीन, 12% तक, और बायो फोर्टिफाइड।

PBW 771 120 दिन 50-55 अच्छी पैदावार, 41PPM तक जिंक, कई राज्यों में प्रसिद्ध।

किसानों के लिए सुझाव

इन गेहूं की चारों किस्मों में चयन करने से किसानों को 60 क्विंटल तक की पैदावार मिल सकती है। इससे पहले खेती की जाने वाली किस्मों के गुणधर्मों को ध्यान से जांचना महत्वपूर्ण है, ताकि उन्हें अच्छा मुनाफा हो सके।

गेहूं की PBW 771 उन्नत किस्म

PBW 771 उन्नत किस्म 120 दिनों में तैयार होने वाली है और इससे 50 से 55 क्विंटल तक की पैदावार हो सकती है। इसकी खेती हरियाणा, जम्मू कश्मीर, राजस्थान, पंजाब, हिमाचल, और उत्तरप्रदेश में प्रचलित है।

गेहूं की PBW 752 उन्नत किस्म

PBW 752 उन्नत किस्म भी 120 दिनों में तैयार होती है और किसानों को 52 क्विंटल तक की पैदावार मिल सकती है। इसमें प्रोटीन की मात्रा 12% तक हो सकती है और इसे हरियाणा, जम्मू कश्मीर, राजस्थान, पंजाब, हिमाचल, और उत्तरप्रदेश में बुवाई जाती है।

गेहूं की Pusa Tejas Durum उन्नत किस्म

Pusa Tejas Durum उन्नत किस्म की फसल 140-150 दिनों में तैयार होती है और इससे किसानों को 55 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक की पैदावार हो सकती है। इसमें जिंक की मात्रा 42.0ppm तक हो सकती है और यह राजस्थान, हरियाणा, यूपी, जम्मू कश्मीर, और हिमाचल में खेती जाती है।

समापन

इन उन्नत गेहूं किस्मों का चयन करके किसान भाइयों को अच्छा मुनाफा हो सकता है। इनकी बुवाई करके न केवल अच्छी पैदावार हो सकती है, बल्कि इनमें बायो फोर्टिफाइड और उच्च प्रोटीन से भरपूर होने के कारण खाने में भी स्वादिष्टता बनी रह सकती है। इसलिए, किसानों को इन उन्नत किस्मों की खेती का मौका जरूर देना चाहिए।

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