सिर्फ 10 हफ्तों में तैयार होने वाली गेहूं की बेमिसाल वैरायटी, इसी से बनता है बिस्किट, ब्रेड और मैदा, खास तरीके से उगा रहे जर्मन के साइंटिस्ट
इस खास किस्म का उपयोग करके किसान एक एकड़ में 100 कुंतल गेहूं उत्पन्न कर सकते हैं, जिससे उत्पादन में 6 गुना वृद्धि होगी।
सिर्फ 10 हफ्तों में तैयार होने वाली गेहूं की बेमिसाल वैरायटी, इसी से बनता है बिस्किट, ब्रेड और मैदा, खास तरीके से उगा रहे जर्मन के साइंटिस्ट
जर्मन वैज्ञानिकों ने म्यूनिख शहर में किए गए शोध के दौरान गेहूं की एक नई खास किस्म का विकास किया है, जो सालभर में 6 बार काटी जा सकती है। इस नई तकनीक से ना केवल पैदावार में वृद्धि होगी, बल्कि खेती की लागत भी कम होगी।
विशेषताएं
तेज पकने वाली किस्म
इस गेहूं की खास किस्म का अद्वितीय फीचर है उसकी तेजी से पकने वाली विशेषता। 10 हफ्तों में ही यह पूरी तरह से पककर तैयार हो जाती है, जो किसानों को साल में 6 बार कटाई करने की सुविधा देती है।
उच्च पैदावार
इस खास किस्म का उपयोग करके किसान एक एकड़ में 100 कुंतल गेहूं उत्पन्न कर सकते हैं, जिससे उत्पादन में 6 गुना वृद्धि होगी।
कम पानी की खपत
इस परियोजना में लागत को कम करने के लिए सिस्टम तैयार किया जा रहा है, जिससे पानी की खपत 95% तक कम होगी।
किसानों के लिए वरदान
यह तकनीक खासकर देशों में जहां पानी की उपलब्धता में समस्या है, वहां के किसानों के लिए एक बड़ा वरदान साबित हो सकती है। इससे न केवल उत्पादन में वृद्धि होगी, बल्कि खेती के लिए ज्यादा जमीन की आवश्यकता भी नहीं होगी।
इस नई गेहूं की खास किस्म का विकास एक क्रांतिकारी कदम है, जिससे किसानों को सुस्त, तेजी से पकने वाले और उच्च पैदावार वाले उत्पाद का अनुभव होगा। इससे खाद्य सुरक्षा में भी सुधार हो सकता है और विश्व भर में बढ़ती जनसंख्या की मांग को पूरा करने में मदद हो सकती है।