हुक्का सुलगाने का अनोखा तरीका : किसान रामू ने बनाया देसी जुगाड़, हुक्का सुलग जाता है मिनटों में ...

हुक्का सुलगाने का अनोखा तरीका : किसान रामू ने बनाया देसी जुगाड़, हुक्का सुलग जाता है मिनटों में ...
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हुक्का सुलगाने का अनोखा तरीका : किसान रामू ने बनाया देसी जुगाड़, हुक्का सुलग जाता है मिनटों में ...

Khet Khajana, New Delhi : हुक्का एक प्रकार का पेय Substance है, जिसमें तम्बाकू को आग के साथ जलाकर उसका धुआं पानी के माध्यम से खींचा जाता है। हुक्का को कली चिलम भी कहते हैं। हुक्का पीने का प्रचलन भारत के कई राज्यों में है, लेकिन खासकर हरियाणा, राजस्थान और पंजाब में इसका उपयोग ज्यादा होता है। हुक्का पीने से लोगों को शांति और आराम मिलता है। हुक्का पीने का एक अनोखा तरीका एक गांव की कहानी से पता चलता है।

गांव की कहानी

एक गांव में एक आदमी था, जिसका नाम रामू था। रामू को हुक्का पीना बहुत पसंद था। वह हर रोज अपने दोस्तों के साथ गांव की चौपाल पर जाकर हुक्का पीता था। वह अपना हुक्का खुद ही बनाता था। उसने एक कली हुक्का बनाया था, जिसमें पानी, चिलम, तम्बाकू और आग के साथ भरता था।

कोल्ड ड्रिंक की बोतल का सहारा

हुक्का भरने के बाद सबसे पहले हुक्का चिलम सुलगानी पड़ती है । शुरुआती दौर मे जब चिलम को सुलगानी पड़ती है तो उसमे निकलने वाला कड़वा होता है । यह धुवा कड़वा होता है और सीधा हुक्का पीने वाले इंसान के गले में अटैक करता है । जिससे हुक्का सुलगाना कठिन होता है । इस समस्या से निजात पाने के लिए रामू ने

रामू ने गुब्बारे को अपने हुक्के के ऊपर बाँधा हुआ था। जब वह अपने हुक्के को जलाता था, तो गुब्बारे में धुआं भर जाता था। फिर वह गुब्बारे को दबाकर उसका धुआं अपने मुंह में खींचता था। इससे उसे लगता था कि वह ज्यादा धुआं पी रहा है और उसका नशा ज्यादा हो रहा है। वह इस तरीके से हुक्का पीने का मजा लेता था। कोल्ड ड्रिंक की प्लास्टिक वाली बड़ी बोतल लेकर जिस तरह से इंसान हुका खिचते है ठीक उसी तरह बोतल का सहारा लेकर बोतल को दबाकर हवा के दबाव से धुँवा निकालता है, बार बार बोतल को दबाकर हुका चिलम को सुलगा देता है ।

लोगों का प्रतिक्रिया

रामू के इस अनोखे तरीके से हुक्का पीने को देखकर लोगों को बहुत हैरानी हुई। कुछ लोग उसका मजाक उड़ाते थे, कुछ लोग उसकी तारीफ करते थे, और कुछ लोग उससे सीखने की कोशिश करते थे। रामू को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता था। वह अपनी मर्जी से हुक्का पीता था। वह कहता था कि यह उसका शौक है और वह इसे बदलना नहीं चाहता है।

हुक्का पीने का यह तरीका रामू की अपनी सोच का परिणाम था। वह इसे अपनी खुशी के लिए करता था। हालांकि, हुक्का पीना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है और इससे कई बीमारियां हो सकती हैं। इसलिए, हुक्का पीने के बजाय, आप अपने जीवन में कुछ और अच्छी आदतें शामिल कर सकते हैं। आप अपने शौक को अपने लिए नुकसानदायक नहीं बनाएं।

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