बज़र खेतों के लिए वरदान साबित होगा वर्मी कंपोस्ट का दूसरा रूप वर्मीवाश, किसान खुद घर पर ऐसे करें तैयार, बेकार हुई जमीनों को बनाये पावरफुल
झांसी स्थित केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक डॉ. अनिल कुमार राय और उनकी टीम इस नए खेती तकनीक का अनुसंधान कर रहे हैं।
बज़र खेतों के लिए वरदान साबित होगा वर्मी कंपोस्ट का दूसरा रूप वर्मीवाश, किसान खुद घर पर ऐसे करें तैयार, बेकार हुई जमीनों को बना सकते हैं फिर से उपजाऊ
भारतीय किसान बड़े पैमाने पर अपने खेतों में वर्मी कंपोस्ट खाद का उपयोग करना सीख गए हैं फसलों के लिए अत्यंत लाभकारी वर्मी कंपोस्ट खाद किसानों को अब आसानी से उपलब्ध हो रही है. क्योंकि यह खाद मिट्टी की उर्वरा शक्ति बढ़ाने के साथ-साथ फसलों का उत्पादन भी दोगुना कर देती है जिससे लगातार किसने की आय बढ़ रही है और खेती में आने वाले लागत भी काम हो रही है। कृषि वैज्ञानिक डॉ. अनिल कुमार राय ने वर्मीवाश को एक वायुमुक्त और प्राकृतिक खेती का औषधि बताया है। वर्मीवाश, जो केंचुओं के शरीर से निकलने वाला पानी है, बंजर खेतों को हरा-भरा बनाने मे सहायक हो सकता है।
वर्मी वाश बनाने की प्रक्रिया
केंचुओं के शरीर से निकलने वाला पानी को एकत्रित करने के लिए सीमेंट के बॉक्स में पाइप लगाएं।
वर्मी कंपोस्ट बनाते समय निकलने वाले सॉलिड वेस्ट को खाद के रूप में इस्तेमाल करें।
वर्मीवाश का उपयोग:
वर्मीवाश, एक तरल जैविक खाद, पौधों को पोषित करने में सक्षम है।
इसे प्राकृतिक जैव कीटनाशक के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
विशेषज्ञों का अनुसंधान
झांसी स्थित केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक डॉ. अनिल कुमार राय और उनकी टीम इस नए खेती तकनीक का अनुसंधान कर रहे हैं। वर्मीवाश से निकलने वाले पानी को उच्च गुणवत्ता वाले खाद के रूप में पुनः उपयोग करने की तकनीकी विवेचना का हिस्सा है।
वर्मीवाश के फायदे
उपज में वृद्धि: वर्मीवाश से पौधों को मिलने वाले पोषण से उत्कृष्ट गुणवत्ता वाली उपज प्राप्त होती है।
प्राकृतिक कीटनाशक: इसे कीटनाशक के रूप में इस्तेमाल करके खेती में उपजों को सुरक्षित रखा जा सकता है।
भूमि स्वास्थ्य: वर्मीवाश का नियमित इस्तेमाल करने से भूमि का स्वास्थ्य बना रहता है और उसमें पोषक तत्वों की मात्रा बनी रहती है।
कैसे करें इस्तेमाल?
वर्मीवाश को खेत में छिड़कें या स्प्रे करें।
समझाए गए अनुसार इसे पानी के साथ मिलाकर पौधों को सीधे पोषित करें।
वर्मीवाश का नियमित इस्तेमाल करके किसान अपने खेतों को हरित और सुगंधित बना सकता है, साथ ही उच्च गुणवत्ता वाली उपज प्राप्त कर सकता है। इसका इस्तेमाल करके उन्हें न केवल फसलों की मात्रा में वृद्धि होगी, बल्कि उनकी आय भी बढ़ेगी।
इसलिए, अब किसान वर्मीवाश का इस्तेमाल करके अपने खेतों को नई ऊर्जा दे सकते हैं और आसानी से सस्ती से प्राकृतिक रूप से उत्पादित खाद से उपज में सुधार कर सकते हैं।