सरसों की बाजार में साप्ताहिक तेजी-मंदी रिपोर्ट, सरसों को रोके या बेचे, सरसों का MSP रेट है 5650 रुपये प्रति क्विंटल

सरसों बाजार की ताज़ा जानकारी
पिछले हफ्ते सरसों की बाजार में थोड़ी तेजी देखने को मिली, जैसा कि शनिवार को जयपुर में सरसों का भाव 5925 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुआ, जो सोमवार के 5900 रुपये प्रति क्विंटल के मुकाबले थोड़ी ऊंचाई दिखाता है। पिछले सप्ताह के दौरान मांग बनी रहने से माना जा रहा है कि +25 रुपये प्रति क्विंटल की मजबूत दर्ज की गई है।
सरकारी आंकड़े और बाजार की स्थिति
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, 17 नवंबर तक 68.5 लाख हेक्टेयर में सरसों की बुआई पूरी हो चुकी है। खाद्य तेल बाजार में तेजी के कारण बीते सप्ताह सरसों की कीमत में थोड़ी बढ़ोतरी हुई है, लेकिन मांग की कमी के कारण सरसों तेल और खली की कीमतें लगभग स्थिर रही हैं। जयपुर में सरसों का भाव 75 रुपये बढ़कर 5950 रुपये पर बंद हुआ।
बाजार में व्यापारिक स्थिति
नाफेड ने अब तक लगभग 84000 टन सरसों बेची है और अभी भी 10.26 लाख टन स्टॉक उपलब्ध है। नई फसल आने से पहले, नाफेड के पास अभी भी लगभग 50 टेंडर दिन हैं। नाफेड को प्रत्येक टेंडर में औसतन 20000 टन सरसों बेचनी होगी।
तेल की कीमतों में बदलाव
सरसों का तेल सोया तेल के मुकाबले 13 रुपये प्रति किलो प्रीमियम पर कारोबार कर रहा है, जो पिछले हफ्ते की 16 रुपये प्रति किलो की तुलना में कम है। पिछले साल इस समय सरसों का तेल सोया तेल से सिर्फ 10 रुपये प्रति किलो ऊपर कारोबार कर रहा था।
मार्केट अनुमान और निर्देशन
नाफेड, स्टॉकिस्ट, किसानों के साथ मिलकर कुल स्टॉक नई फसल आने तक पर्याप्त है। मौजूदा स्तर से बड़ी तेजी की संभावना कम होने की संभावना है। फसलों के लिए मौसम, बुआई की गति, नाफेड की बिक्री प्रमुख फैक्टर रहेगा।
इस समय को देखते हुए, सरसों (जयपुर) के बाजार में 5775-6050 रुपये प्रति क्विंटल के बीच कारोबार की उम्मीद है, जबकि सरसों का तेल 1050-1100 रुपये प्रति किलो रह सकता है।
इस सरसों की बाजार की समीक्षा में दिए गए तथ्यों से स्पष्ट होता है कि बाजार में नवंबर 2023 के मध्य में थोड़ी तेजी दिख रही है, जो मुख्य फैक्टरों के कारण हो सकती है। इसमें मौसम, खाद्य तेल की मांग, और नाफेड के स्टॉक की स्थिति शामिल हैं।
यहाँ दी गई जानकारी से आप बाजार में हो रही बदलावों को समझ सकते हैं, जो निवेशकों और किसानों के लिए महत्वपूर्ण है।