अगले साल महंगा होगा गेंहू का आटा, देश में घटा गेंहू उपज का रकबा, अल नीनो का भी पड़ेगा भारी असर

अगले साल महंगा होगा गेंहू का आटा, देश में घटा गेंहू उपज का रकबा, अल नीनो का भी पड़ेगा भारी असर
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अगले साल महंगा होगा गेंहू का आटा, देश में घटा गेंहू उपज का रकबा, अल नीनो का भी पड़ेगा भारी असर

खेत खजाना : देश में आटा महंगा हो सकता है, क्योंकि गेहूं के उत्पादन में तेजी से घटाव की आशंका है। इसके पीछे अल नीनो और चने के दामों में बढ़ोतरी का असर हो सकता है। इस लेख में, हम इस विषय पर विस्तृत चर्चा करेंगे और विभिन्न कारणों को समझेंगे जो इस स्थिति का कारण बन सकते हैं।

गेहूं की उत्पादन में कमी:

सरकारी आंकड़ों के अनुसार, देश में गेहूं का रकबा पिछले साल के मुकाबले 12.6% तक कम हो सकता है। इसमें चने की बुवाई की बढ़ती मांग और अल नीनो के असर का भी हिस्सा है। बुवाई के रकबे में होने वाली 3% की कमी के कारण, गेहूं का उत्पादन 10.64 करोड़ टन तक घट सकता है, जबकि पिछले साल यह 11.05 करोड़ टन था।

कारण:

गेहूं की बुवाई में कमी के पीछे दो प्रमुख कारण हैं। पहला, इस बार चने के दाम बढ़े हैं, जिससे किसानों को चने की बुवाई में वृद्धि हो रही है। चने के दाम 12.3% बढ़े हैं, जबकि गेहूं के दाम 6.6% बढ़े हैं। दूसरा, अल नीनो के कारण देश के मध्य और उत्तरी हिस्सों में अधिक तापमान रहा है, जिससे गेहूं की उत्पादकता प्रति हेक्टेयर 1% कम हो गई है।

आटा के दामों में बढ़ोतरी:

देश के कुल उत्पादन में घटने की आशंका होने के कारण, आटे के दामों में बढ़ोतरी हो सकती है। अगस्त 2023 में गेहूं के दाम पिछले साल के मुकाबले 7.6% ज्यादा थे। इससे आटा महंगा हो सकता है और आम लोगों को इससे प्रभावित हो सकता है।

इस अवसर पर, सरकार को गेहूं के स्टॉक को सही स्तर पर बनाए रखने के लिए कठिनाईयों का सामना करना होगा। आटा के दामों में बढ़ोतरी के कारण, किसानों और आम लोगों को संघर्ष का सामना करना पड़ सकता है, इसलिए सरकार को सही कदम उठाने की जरूरत है।

ध्यान देने योग्य बिंदु:

गेहूं के उत्पादन में कमी के कारण आटा महंगा हो सकता है।

अल नीनो और चने के दामों में बढ़ोतरी का असर हो सकता है।

सरकार को गेहूं के स्टॉक को सही स्तर पर बनाए रखने के लिए कठिनाईयों का सामना करना होगा।

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