जब किसान ने खुद 100 किलो के भाव से खरीद कर खाया ये अमरूद, फिर शुरू की खेती, अब सिर्फ 6 महीनों में पौधे फलों से भर गए

एक एकड़ में 444 पौधे की बागबानी करने से दूसरे साल से 4 हजार से ज्यादा का अमरूद मिल सकता है। इसका बाजार मूल्य 100 रुपये प्रति किलो होता है।

जब किसान ने खुद 100 किलो के भाव से खरीद कर खाया ये अमरूद, फिर शुरू की खेती,  अब सिर्फ 6 महीनों में पौधे फलों से भर गए
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जब किसान ने खुद 100 किलो के भाव से खरीद कर खाया ये अमरूद, फिर शुरू की खेती, अब सिर्फ 6 महीनों में पौधे फलों से भर गए


भारतीय किसान, जिन्होंने परंपरागत खेती को तकनीकी और इनोवेशन से जोड़कर नए दिशानिर्देश दिखाए हैं, वे न केवल खुद के लिए बल्कि अपने समूह और क्षेत्र के विकास के लिए उदाहरण स्थापित कर रहे हैं। बिहार के बेगूसराय जिले के प्रगतिशील किसान अनीश कुमार इसी नए दौर की उम्मीदवारी हैं। उन्होंने पारंपरिक खेती को पीछे छोड़कर तकनीकी खेती की ओर अपना कदम बढ़ाया है।

खेती से आमदनी का सफर

किसान अनीश कुमार ने 2022 में ताइवानी पिंक अमरुद की खेती करने का निर्णय लिया। उन्होंने 12 अमरुद के पौधों की खेती की और उसके साथ ही तकनीकी और इनोवेशन का सही मिश्रण भी इसमें डाला। इस नए प्रयोग की शुरुआत में, उन्हें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा, लेकिन उनकी आगे की मेहनत ने उन्हें सफलता तक पहुँचाया।

बेगूसराय शहर के बाजार में अमरूद की खेती ने नये मौनाफे के रास्ते खोल दिए हैं। अमरूद की खेती उनके लिए बेहतर विकल्प साबित हो रही है जो कम लागत में ज्यादा मुनाफा प्राप्त करना चाहते हैं। यह खेती किसानों के लिए नए संभावनाओं का संकेत हो सकती है।

अमरूद की खेती के लाभ





अमरूद की खेती ने कई लोगों को मुनाफे की दिशा में दिलचस्पी दिलाई है। किसान अनीश ने बताया कि 200 रुपये के एक अमरूद के पौधे से सालाना 200 किलो अमरूद का उत्पादन हो सकता है। एक एकड़ में 444 पौधे की बागबानी करने से दूसरे साल से 4 हजार से ज्यादा का अमरूद मिल सकता है। इसका बाजार मूल्य 100 रुपये प्रति किलो होता है। इस तरीके से, एक एकड़ में खेती करने से किसान सालाना 8 से 10 लाख रुपए का मुनाफा प्राप्त कर सकते हैं।

खेती की विशेषताएँ

अमरूद की खेती में कुछ विशेषताएँ होती हैं, जो इसे एक बेहतर विकल्प बनाती हैं:

आपणी मुनाफा का नियंत्रण: अमरूद की खेती में मुनाफा की प्राकृतिक विरासत बनती है, जो किसानों को आपणे मुनाफे का पूर्ण नियंत्रण देती है।

कम लागत में उत्पादन: अमरूद की खेती में उचित प्रबंधन के साथ, किसान अपने खेतों में कम लागत में उत्पादन कर सकते हैं और अधिक मुनाफा प्राप्त कर सकते हैं।

स्थानीय बाजार में मांग: अमरूद का मीठा स्वाद स्थानीय बाजार में मांग बढ़ाता है, जिससे किसान अपने उत्पादों को आसानी से बेच सकते हैं।

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