नई तकनीक से महिला किसान ने कम मेहनत में किया टमाटर की बंपर खेती, दोगुना हुआ मुनाफा

नई तकनीक से महिला किसान ने कम मेहनत में किया टमाटर की बंपर खेती, दोगुना हुआ मुनाफा
X

नई तकनीक से महिला किसान ने कम मेहनत में किया टमाटर की बंपर खेती, दोगुना हुआ मुनाफा

खेत खजाना: किसानों को नई तकनीकों का अपनाना अब एक नया मोड़ लेता दिख रहा है। बुंदेलखंड के दमोह जिले की महिला किसान, राजरानी बाई पटेल, ने अपने टमाटर की खेती में स्ट्रेचिंग तकनीक का सफल इस्तेमाल करके कम मेहनत में दोगुना मुनाफा कमाया है।

स्ट्रेचिंग तकनीक का इस्तेमाल:

राजरानी बाई पटेल के बेटे छोटू ने बताया कि उन्होंने लघु किसानों के लिए सब्जी की खेती में ध्यान देना शुरू किया है। उन्होंने ₹2,00,000 लगाकर स्ट्रेचिंग तकनीक से टमाटर की खेती करना शुरू किया है, जिससे उन्होंने दोगुना मुनाफा कमाया है।

जैविक खाद का इस्तेमाल:

राजा रानी बाई पटेल का अनुसरण करते हुए, किसानों को घर में ही गाय भैंस के गोबर से तैयार जैविक खाद का इस्तेमाल करना चाहिए। यह खेतों के लिए बहुत लाभदायक होती है और महिला किसान राजरानी बाई पटेल ने भी इसे सफलता से अपनाया है।

स्ट्रेचिंग तकनीक के फायदे:

टमाटर के पौधों को तार के सहारे उठाने से कीड़े और सड़न की समस्या नहीं होती।

हवा लगने के कारण टमाटर का वजन बढ़ता है, जिससे उसका मार्केट में अच्छा मूल्य मिलता है।

इस तकनीक से साग सब्जियों की फसल में उच्च उत्पादकता होती है, जिससे किसानों को अधिक मुनाफा होता है।

किसानों को नई तकनीकों का अपनाना न केवल मेहनत को कम करता है बल्कि उन्हें ज्यादा मुनाफा भी पहुंचाता है। स्ट्रेचिंग तकनीक का इस्तेमाल करने वाली राजरानी बाई पटेल ने साबित किया है कि किसान वर्ग में भी नई तकनीकें अपनाकर सक्सेसफुल हो सकते हैं।

राजरानी बाई पटेल की कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि नई तकनीकों का सही तरीके से इस्तेमाल करके किसान अपनी खेती में सफलता प्राप्त कर सकता है। इससे किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा और वे मेहनत के बजाय आसानी से ज्यादा मुनाफा कमा सकेंगे।

Tags:
Next Story
Share it