सरसों Mustard की सरकारी शुरू, किसानों को मिली कुछ हद तक राहत

Update: 2023-05-06 06:14 GMT

इस बार किसानों को बेमोसमी बारिश व ओलावृष्टि के करना किसानों को काफी नुकसान हुआ था। पक्क कर तैयार खड़ी फसल में अत्यधिक बारिश व ओला वृष्टि के कारण किसानों की फसल प्रभावित होने के साथ साथ उत्पादन में भी भारी असर पड़ा है। एक तरफ उत्पादन कम और दूसरी तरफ सरकार ने 30 अप्रैल को सरकारी खरीद भी बंद कर दी थी। जिसके चलते किसानों को सरसों Mustard  की फसल को कम भाव में बेचनी पड़ी। किसानों ने सरकारी खरीद को लेकर सरकार के खिलाफ जमकर धरना-परदर्शन किया। किसानों की परेशानी को देखते हुए सरकार ने एक बार फिर से सरसों की सरकारी खरीद शुरू कर दी है। किसान अब अपनी मंडियों मे अपनी सरसों की फसल को सरकारी भाव में बेच सकते है।

एक बार फिर से सरसों की सरकारी खरीद होने से किसानों को कुछ हद तक राहत मिली है। बता दे की सरकारी खरीद के लिए किसानों को नए टोकन नहीं दिए जाएंगे बल्कि जो किसान पुराने टोकन खरीद चुके है उन किसानों की ही सरकारी खरीद होगी। जिन किसानों के पास पुराना टोकन नहीं है वो किसान अपनी सरसों की फसल को सरकारी रेट पर नहीं बेच सकता है। सिर्फ और सिर्फ उन किसानों के लिए सरकारी खरीद शुरू की गई है जिन किसानों ने फसल बेचने के लिए पुराना टोकन ले रखा है।

जानें 6 मई आज का सरसों का भाव

भारत सरकार ने सरसों का भाव MSP मूल्य (न्यूनतम समर्थन मूल्य) 5,450 रूपए/ प्रति क्विंटल रखा है. भारत की प्रमुख मंडियों में आज का सरसों का भाव क्या है उसका विवरण निचे दिया गया है. इस लिस्ट में आपके साथ लगती मंडी में भी आप अपनी सरसों बेच सकते हो वो भी अच्छे भाव में. सरसों का भाव सभी मंडियों में अलग- अलग रहता है इसलिए आप निचे दी गयी लिस्ट में मंडियों में आज का सरसों का भाव अवश्य देखे.

एक बार फिर से सरसों की सरकारी खरीद होने से किसानों को कुछ हद तक राहत मिली है। बता दे की सरकारी खरीद के लिए किसानों को नए टोकन नहीं दिए जाएंगे बल्कि जो किसान पुराने टोकन खरीद चुके है उन किसानों की ही सरकारी खरीद होगी। जिन किसानों के पास पुराना टोकन नहीं है वो किसान अपनी सरसों की फसल को सरकारी रेट पर नहीं बेच सकता है। सिर्फ और सिर्फ उन किसानों के लिए सरकारी खरीद शुरू की गई है जिन किसानों ने फसल बेचने के लिए पुराना टोकन ले रखा है।

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