नेपियर घास से बढ़ रहा है दूध उत्पादन, किसान ले रहे है लाखों का मुनाफा

नेपियर घास की खेती का मुख्य लाभ यह है कि यह तेजी से बढ़ती है और उच्च पोषक मूल्यों के साथ उगती है।

Update: 2023-08-15 10:57 GMT

नेपियर घास की खेती किसानों के लिए एक अच्छा विकल्प साबित हो सकती है, जो दूध उत्पादन में अधिक मुनाफा कमाना चाहते हैं। मवेशियों के लिए उन्नत और पौष्टिक आहार की व्यवस्था करने के लिए सही चारे का विकल्प होना अत्यधिक महत्वपूर्ण है। नेपियर घास एक ऐसी पौधा है जो दूध उत्पादन के लिए उत्तम पोषक मूल्यों के साथ उगाया जा सकता है।

नेपियर घास की खेती के लाभ:

नेपियर घास की खेती का मुख्य लाभ यह है कि यह तेजी से बढ़ती है और उच्च पोषक मूल्यों के साथ उगती है। यह बहुवर्षीय पौधा होता है और एक बार उगाने के बाद बार-बार कटाई की जाती है। यह कम पानी और सिंचाई की आवश्यकता रखता है, जिससे किसानों की खर्च कम होती है। नेपियर घास के पौष्टिकता से भरपूर होने के कारण, दूध उत्पादक पशुओं को इसका सेवन कराने से उनकी सेहत और उत्पादकता में वृद्धि होती है।

नेपियर घास की खेती कैसे करें:

बुआई और विकास: नेपियर घास की बुआई जून या जुलाई में की जा सकती है। गर्मियों की धूप और हल्की बारिश के संयोग से इसकी विकास बेहतर होती है।

सिंचाई: अगर संभावना हो तो बुआई के दिनों में सिंचाई की आवश्यकता नहीं होती है। बारिश के दिनों में बुआई करने से आपको सिंचाई की चिंता नहीं करनी पड़ती।

बचाव: नेपियर घास की खेती के लिए उपयुक्त जलवायु सुनिश्चित करें। गहरी जुताई के साथ खरपतवार को साफ करें ताकि पौधों की वृद्धि बिना परेशानी के हो सके।

उगाई की विधि: नेपियर घास की उगाई बीज से नहीं, बल्कि तनों की कटाई से की जाती है। तनों की कटाई के बाद इन्हें बोए जाते हैं।

नेपियर घास की खेती के विभिन्न उम्दा किस्में:

पूसा जायंट

  • NB-21
  • CO-1
  • CO-3
  • IGFRI-3
  • IGFRI-6
  • IGFRI-7
  • IGFRI-10
  • यशवन्त
  • स्वातिका
  • गजराज
  • संकर-1
  • संकर-2
  • शक्ति

नेपियर घास की खेती किसानों के लिए एक अच्छा विकल्प हो सकती है, जिससे उन्हें अधिक दूध उत्पादन के लिए आपूर्ति की सुविधा हो सकती है। यह तेजी से बढ़ने वाली और पोषक मूल्यों से भरपूर होने के कारण पशुओं के लिए उपयुक्त है। नेपियर घास की खेती के साथ किसान अपनी आमदनी बढ़ा सकते हैं और दूध उत्पादन क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान कर सकते हैं।

ध्यान दें कि यह एक संक्षिप्त आलेख है और अधिक विवरणों के लिए आपको विशेषज्ञ किसानों या कृषि विशेषज्ञों से संपर्क करना चाहिए।

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